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This Article is From Jul 11, 2024

लामिन यमल को रात 8:00 बजे के बाद मैदान में नहीं उतरने देते हैं स्पेन के कोच, जानें इसके पीछे का कारण

Lamine Yamal: आपको जानकर हैरानी होगी कि यमल मौजूदा समय में महज 16 साल के हैं. आगामी शनिवार को वह अपना 17वां जन्मदिन मनाएंगे. हालांकि, उससे पहले ही यमल ने कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं. 

लामिन यमल को रात 8:00 बजे के बाद मैदान में नहीं उतरने देते हैं स्पेन के कोच, जानें इसके पीछे का कारण
Lamine Yamal

Lamine Yamal: यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप 2024 का पहला सेमी फाइनल मुकाबला 9 जुलाई को जर्मनी के म्यूनिख शहर में स्पेन और फ्रांस के बीच खेला गया. यहां स्पेन के महज 16 वर्षीय लामिन यमल ने करिश्माई गोल करते हुए हर किसी को हैरान कर दिया. मैच की घड़ी उस वक्त थम सी गई जब एलियांज एरिना में यमल ने ऐतिहासिक गोल दागा. युवा फुटबॉलर के इस गोल से स्पेन ने तो फाइनल का टिकट कटा लिया, लेकिन फ्रांस का ट्रॉफी उठाने का सपना चकनाचूर हो गया. 

आपको जानकर हैरानी होगी कि यमल मौजूदा समय में महज 16 साल के हैं. आगामी शनिवार को वह अपना 17वां जन्मदिन मनाएंगे. हालांकि, उससे पहले ही यमल ने कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं. 

यमल अपने देश के साथ-साथ एफसी बार्सिलोना क्लब के लिए गोल दागने वाले सबसे युवा फुटबॉलर हैं. यही नहीं फ्रांस के खिलाफ सेमी फाइनल मुकाबले में गोल करते हुए वह यूरो कप में गोल करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बन गए हैं. 

यमल की मासूमियत का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अभी तक उनके चेहरे पर मूंछों के निशान भी नजर नहीं आते हैं. जब वह मुस्कुराते हैं तो उनके दांतों पर ब्रेसेस को साफतौर पर देखा जा सकता है. 

खेल के दौरान वह अपनी किताबों के साथ यात्रा करते हैं. ताकि वह अपनी परीक्षाओं की भी तैयारी कर सकें. टीम के कोच उन्हें अक्सर घंटे भर के बाद बदल देते हैं. इसके पीछे की वजह जर्मन श्रम कानून है. 

दरअसल, जर्मन श्रम कानून के अनुसार नाबालिगों को रात 8 बजे के बाद काम नहीं दिया जाता है. अगर यमल रात को 8 बजे के बाद भी खेलते हैं तो स्पेन की टीम को भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है. 

इन सब परेशानियों के बावजूद जब वह मैदान में उतरते हैं और अपने पैरों से गेंद को लेकर आगे बढ़ते हैं तो हर कोई हैरान रह जाता है. मौजूदा समय में वह अपने से दोगुनी उम्र के वयस्कों को मैदान में इधर-उधर नचा रहे हैं. 

इन सब के बावजूद यमल कहीं न कहीं अभी एक छोटे बच्चे हैं. वह पिछले करीब एक दशक से बार्सिलोना की प्रसिद्ध युवा अकादमी ला मासिया में हैं. घर से दूर होने की वजह से उन्हें अपने माता पिता की बहुत याद आती है. 

युवा यमल हर रोज अपने माता-पिता से घंटों कॉल पर बात करते रहते हैं. मैच से पहले वह विशेष रूप से अपनी मां से बात करते हैं.

हाल ही में उनकी मां ने पूछा था कि वह अपने जन्मदिन पर उपहार में क्या चाहते हैं. इस दौरान उन्होंने जवाब देते हुए कहा था कि अगर उनकी टीम जीत जाती है तो उन्हें गिफ्ट खरीदने की जरूरत नहीं है.

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