भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा (Sania Mirza) को यूएई गोल्डेन वीसा दिया गया है. सानिया गोल्डेन वीजा हासिल करने वाली सिर्फ तीसरी भारतीय बन गयी हैं. यह ऐसा वीसा है, जो दस साल के लिए दिए जाता है. सानिया मिर्जा का यूएई में अपना फ्लैट है और वह पति शोएब मलिक के साथ सालों से यूएई में रह रही हैं. शोएब मलिक को भी गोल्डेन वीजा मिला हुआ है. बता दें कि गोल्डेन वीसा की स्थापना यूएई सरकार ने साल 2019 में की थी. यह यूएई में दीर्घकालिक निवास के लिए एक नयी व्यवस्था है. यह वीसा विदेशियों को यूएई में रहने, काम करने और देश में अध्ययन का अधिकार देता है. इसके लिए इन लोगों को यूएई से किसी प्रायोजक की भी जरूरत नहीं है.
It was an honor sir..thank you for your wishes and blessings https://t.co/o3LHnzz6H2
— Sania Mirza (@MirzaSania) July 13, 2021
साथ ही, यह वीजा इन लोगों को यूएई में उनके अपने बिजनेस में सौ फीसदी का मालिकाना अधिकार भी प्रदान करता है. यह वीजा सामान्य रूप से पांच से दस साल के लिए दिया जाता है और स्वत: ही रिन्यू हो जाता है. यह वीजा प्राप्त करने वाले अन्य सुपरस्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो और दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच हैं. जहां तक भारतीयों की बात है, यह वीजा सानिया से पहले सिर्फ बादशाह खान शाहरुख खान और संजय दत्त को मिला हुआ है. और अब सानिया यह हासिल करने वाली सिर्फ तीसरी भारतीय बन गयी हैं.
My entire conversation with the Honourable Prime Minister if you missed it .. you can watch it below.. https://t.co/WNKVjvcQE3
— Sania Mirza (@MirzaSania) July 15, 2021
Thank you for the encouragement and wishes Sirm
वीरवार को सानिया और शोएब दोनों ने ही प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि हम दोनों ही यूएई में अपने बेटे का साथ समय गुजारकर और देश में घूमकर बहुत ही रोमांचित महसूस करते हैं. साथ ही, हम भविष्य में में दुबई में खेल से जुड़े व्यवसाय की शुरुआत करने पर भी विचार कर रहे हैं. बता दें कि सानिया मिर्जा फिलहाल भारतीय दल के साथ ओलिंपिक में हिस्सा लेने गयी हुई हैं. मिर्जा 23 से शुरू हो रहे ओलिंपिक में अंकिता रैना के साथ जोड़ी बनाकर खेलेंगी.
दो तरह का होता है गोल्डेन वीजा
एक वीजा 10 साल के लिए और एक 5 साल के लिए दिया जाता है. पहले वाले वीजा के लिए सिर्फ निवेशकों को दिया जाता है. इसमें अपने साथ पति या पत्नी, बच्चों, एक कार्यकारी निदेशक और एक सलाहकार को साथ ले जाने की अनुमति होती है. दूसरी ओर, पांच साल का गोल्डन वीजा निवेशकों के साथ-साथ आंत्रेप्रेनोर, प्रतिभाशाली छात्रों, विज्ञान और ज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों, डॉक्टर और वैज्ञानिक जैसे शोधकर्ताओं और कला के क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों को दिया जाता है. इसमें भी पति या पत्नी और बच्चों को साथ यात्रा करने की अनुमति होती है.
ये फायदे हैं गोल्डेन वीजा के
जिनके पास गोल्डन वीजा होगा उन्हें आम वीजाधारकों की तुलना में कई अतिरिक्त सुविधाएं मिलेंगी. मसलन, सबसे अहम सुविधा यह है कि वे बिना किसी अन्य व्यक्ति या कंपनी की सहायता के अपने पति या पत्नी और बच्चों के साथ यूएई में रह सकेंगे. अभी तक इसके लिए स्पॉन्सर की आवश्यकता पड़ती थी. इस वीजा का एक और फायदा यह भी मिलेगा कि गोल्डन वीजाधारक तीन कर्मचारियों को स्पॉन्सर भी कर सकेंगे. इसके अलावा वह अपनी कंपनी के किसी वरिष्ठ कर्मचारी को रेसीडेंसी वीजा भी दिलवा सकेंगे. बता दें कि शेख मोहम्मद ने कहा था कि गोल्डन वीजा वितरण के पहले दौर में 70 से अधिक देशों के 6800 लोगों को यह वीजा दिया जाएगा.
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