![Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई भारतीय महिला हॉकी टीम Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई भारतीय महिला हॉकी टीम](https://c.ndtvimg.com/2024-01/9ru36dlg_india-women-x_625x300_18_January_24.jpg?downsize=773:435)
भारतीय महिला हॉकी टीम का पेरिस 2024 ओलंपिक में जाने का सपना शुक्रवार को टूट गया. भारत को एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर रांची 2024 में कांस्य पदक मैच में जापान से 0-1 से हार का सामना करना पड़ा. पेरिस ओलंपिक के लिए अपना स्थान पक्का करने के लिए भारतीय महिला टीम ने पूरी कोशिश की लेकिन अंत में यह जापान रहा जिसने क्वालीफायर में तीसरे स्थान पर जगह बनाई और ओलंपिक 2024 के लिए टिकट हासिल किया. जापान के खिलाफ भारतीय महिलाओं के कड़ा संघर्ष किया. भारतीय महिला हॉकी टीम 2016 के बाद पहली बार ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में असफल रही है. बता दें, एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर आठ देशों की प्रतियोगिता हैं जिसमें टॉप पर रहने वाली तीन टीमें ओलंपिक खेलों में अपनी जगह बनाती हैं. फ़ाइनल में पहुँचकर जर्मनी और संयुक्त राज्य अमेरिका ने पहले ही अपना स्थान सुरक्षित कर लिया.
गुरुवार को जर्मनी से शूटआउट में 3-4 से हार झेलने के बाद भारत के पास यह गेम जीतने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था. भारतीय महिला टीम ने टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया था और वो कांस्य पदक से चूकते हुए चौथे स्थान पर रही थी. ऐसे में फैंस को टीम से इस बार पदक की उम्मीद थी लेकिन इस हार ने फैंस के दिल को तोड़ दिया है.
मेजबान टीम के खिलाफ तनावपूर्ण मुकाबले में जापान के लिए काना उराता (6') ने विजयी गोल किया. जापान ने मुकाबले में शुरू से ही भारतीय टीम से कुछ पेचीदा सवाल पूछे. पहले क्वाटर में सविता पुनिया ने एक महत्वपूर्ण बचाव किया और फिर सलीमा टेटे ने पहले पेनल्टी कॉर्नर को रोककर मेहमान टीम को गोल करने से रोक दिया. हालांकि, जैसे ही जापान ने पांचवें मिनट में दूसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, भारतीय डिफेंस चरमराने लगा. इस बार, काना उराता ने एक गोल मारकर अपनी टीम को बढ़त दिला दी.
पहला गोल खाने के बाद भारतीय टीम ने और अधिक आक्रामक तरीके से अटैक करने का प्रयास किया और दो अच्छे मौके बनाए, लेकिन न तो दीपिका और न ही लालरेम्सियामी नेट पर गोल कर सके. इस बीच, जापान के पास अपनी बढ़त बढ़ाने के दो बेहतरीन मौके थे, लेकिन टीम इंडिया का डिफेंस इस दौरान अच्छा रहा और उन्होंने आखिरी मिनट में ब्लॉक बनाकर जापान को गोल करने से रोक दिया.
भारत ने दूसरे क्वार्टर की शुरुआत जोरदार तरीके से की, लेकिन शिहोरी ओइकावा की मजबूत जापानी डिफेंस ने भारतीय फॉरवर्ड के लिए मुश्किल खड़ी कर दी. मध्यांतर तक जापान 1-0 से आगे था. पहले हाफ में भारतीय टीम को दो पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन जापान ने दोनों को रोक दिया गया. हॉफ टाइम के बाद भारतीय टीम ने जापान पर दबाव डाला और तीसरे क्वार्टर के आधे समय में पेनल्टी कॉर्नर से लगभग बराबरी कर ली थी. ऐसा लग रहा था कि दीपिका का शक्तिशाली शॉट गोल में था, लेकिन जापान की गोलकीपर इइका नाकामुरा ने इसे क्रॉसबार पर डिफ्लेक्ट कर दिया.
इशिका चौधरी ने लाइन से लगभग तुरंत ही अविश्वसनीय बचाव करते हुए जापान को दूसरे छोर पर दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करने से रोक दिया. क्वार्टर के अंतिम मिनटों में, मेजबान टीम ने कई पेनल्टी कॉर्नर जीते, लेकिन जापान का डिफेंस शानदार रहा और जापान ने भारत को बराबरी का मौका नहीं दिया. आखिरी क्वार्टर में, भारतीय महिला हॉकी टीम ने पूरा दम दिखाया लेकिन टीम गोल करने में सफल नहीं हो पाई.
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