विज्ञापन

भारत के 6 सिपाही, जिन्होंने चीन को घुटने पर ला दिया, कोई पुजारी तो कोई पैरालिसिस से लड़कर बना प्रेरणा की कहानी

भारत के वो 6 सिपाही, जिन्होंने चीन को घुटनों पर ला दिया, कोई बनना चाहता था पुजारी, तो कोई पैरालिसिस से लड़कर बना प्रेरणा की कहानी

भारत के 6 सिपाही, जिन्होंने चीन को घुटने पर ला दिया, कोई पुजारी तो कोई पैरालिसिस से लड़कर बना प्रेरणा की कहानी
Shilanand Lakra
  • राजगीर एशिया कप में हॉकी टीम की एनर्जी और फिटनेस विराट कोहली से भी बेहतर बताई गई है, जो टीम की ताकत है
  • सुंदरगढ़ के आदिवासी शिलानंद लाकड़ा ने हॉकी में कमाल का प्रदर्शन कर मलेशिया और चीन के खिलाफ महत्वपूर्ण गोल बनाए
  • दिलप्रीत सिंह ने ओलिंपिक पदक जीतकर अपने पिता के सपने को पूरा करते हुए टीम को ड्रैगन के खिलाफ बढ़त दिलाई
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप की विजेता और ओलिंपिक पदक विजेता हॉकी टीम के मेंटल ट्रेनर पैडी अपटन ने राजगीर एशिया कप के दौरान बयान दिया कि मौजूदा हॉकी टीम में 18 विराट कोहली नजर आते हैं. क्योंकि टीम का एनर्जी और फिटनेस लेवल विराट कोहली और उनसे भी बढ़कर है. 

पुजारी बन गया गोल फैक्टरी 

शिलानंद लाकड़ा: कमाल की बात है कि सुंदरगढ़ के आदिवासी इलाके से आने वाले शिलानंद कभी पुजारी बनना चाहते थे मगर हॉकी का प्यार उन्हें मैदान पर ले आया. चीन के खिलाफ एशिया कप के सुपर-4 का मैच खेलते वक्त टीम हॉकी इंडिया मैदान पर एक साथ 11 विराट कोहली के साथ नजर आई. ओडिशा के ‘सुंदरगढ़ की हॉकी नर्सरी' से आनेवाले शिलानंद लाकड़ा एशिया कप में कमाल के फॉर्म में नजर आ रहे हैं. 26 साल के फॉरवर्ड खिलाड़ी शिलानंद ने मलेशिया और चीन के खिलाफ उन्होंने ना सिर्फ गोल किए बल्कि कई गोल के लिए अहम पास भी बनाये.   

आर्मी से विरासत में मिली हॉकी

दिलप्रीत सिंह: टीम इंडिया के फॉरवर्ड दिलप्रीत ने 7वें मिनट में टीम हॉकी इंडिया को ड्रैगन के खिलाफ दूसरी बढ़त दिलाई. अमृतसर के दिलप्रीत के पिता बलविन्दर सिंह आर्मी में हॉकी खिलाड़ी रहे. तेज तर्रार दिलप्रीत टोक्यो ओलिंपिक्स का पदक गले में पहन अपने पिता का सपना पूरा कर चुके हैं. दिलप्रीत भारतीय हॉकी को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं.

असरदार सरदार- हॉकी इंडिया का गोल मशीन

मंदीप सिंह: जालंधर के 30 साल के मंदीप हॉकी इंडिया के गोल मशीन हैं जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी में गोलों की सेंचुरी (121 गोल) लगा दी है. मंदीप किसी भी विपक्षी टीम के खिलाफ खौफनाक फॉरवर्ड हैं. टोक्यो और पेरिस ओलिंपिक्स के पदक विजेता ने 18वें मिनट में ड्रैगन टीम के खिलाफ गोल दागा. द. कोरिया के खिलाफ फाइनल में एक बार फिर इस चैंपियन से बड़ी उम्मीदें रहेंगी. 

गाजीपुर का ‘राज कुमार'- मां ने नहीं छोड़ने दी हॉकी

राज कुमार पाल: पेरिस ओलिंपिक के पदक विजेता उत्तर प्रदेश के सॉलिड मिडफील्डर राजकुमार पाल करमपुर, गाजीपुर से आकर टीम हॉकी इंडिया में धूम मचा रहे हैं. 27 साल के राजकुमार पाल ने चीन के खिलाफ 37वें मिनट में बेहतरीन गोल कर तय कर दिया कि ड्रैगन की वापसी नामुमकिन-सी है. राजकुमार वाराणसी के पास करमपुर के मेघबरन स्टेडियम में अपने बाकी के दोनों भाइयों के साथ हॉकी खेलते थे जब उनके पिता का देहांत हुआ. राजकुमार आगे हॉकी नहीं खेलना चाहते थे लेकिन मां मनराजी देवी ने उन्हें आगे खेलने को मना लिया और इसके बाद राज कुमार ने पीछे मुड़कर नहीं देखा.

पैरालिसिस से लड़कर प्रेरणा की कहानी

सुखजीत सिंह: पेरिस ओलिंपिक और अर्जुन पुरस्कार विजेता 29 साल के जालंधर के सुखजीत सिंह ना सिर्फ गोल करते हैं बल्कि कई बार फॉरवर्ड खिलाड़ियों के लिए मक्खन सा पास देकर गोल करने का शानदार मौका भी देते हैं. चीन के खिलाफ मैच में सुखजीत ने 39वें मिनट में गोल तो किया ही अभिषेक के लिए मौके भी बनाये. अंतर्राष्ट्रीय हॉकी मैचों की सेंचुरी लगा चुके सुखजीत ने टेम्पररी पैरालिसिस से वापसी की है. 7 साल पहले पैरालिसिस की वजह से चल भी नहीं सकते थे. लेकिन अब उनकी फर्राटा स्पीड से ड्रैगन जैसी टीम भी खौफ खाती है.  

हॉकी टीम के ‘रोनाल्डो' 

अभिषेक नयन: 26 साल के सोनीपत के पेरिस ओलिंपिक पदक विजेता टीम के अभिषेक नयन के दो गोल ने ड्रैडन टीम को वाकई घुटनों पर ला दिया. अभिषेक रोनाल्डो के फैन हैं वैसे ही गोल करना चाहते हैं और गोल करते हैं. वो कहते हैं कि उन्होंने पढ़ाई से बचने के लिए हॉकी खेली. लेकिन उन्हें इसका अफसोस नहीं. हालांकि उन्होंने बाद में कॉरेसपॉन्डेंस कोर्स ने ग्रैजुएशन भी की. अभिषेक, हरमनप्रीत के बाद हॉकी इंडिया लीग के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी रहे हैं. 
  
भारत बनाम चीन मैच के भारतीय गोल स्कोरर: शीलानंद लाकड़ा (5'), दिलप्रीत सिंह (7'), मंदीप सिंह(18'), राजकुमार पाल (37'), सुखजीत (39'), अभिषेक (46'), अभिषेक (49'),
चीन के गोल स्कोरर: 0

यह भी पढ़ें- AIFF पर प्रतिबंध का खतरा, इस वजह से तीन साल के अंदर दूसरी बार लग सकता है झटका

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com