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इंफाल में बच्चों के अनाथ आश्रम पर नकाबपोश 2 लोगों ने की फायरिंग, CCTV फुटेज में क्या दिखा

कम से कम दो हथियारबंद बदमाशों ने रात करीब एक बजकर 40 मिनट पर एक आश्रम पर 7 से 8 राउंड गोलियां चलाईं, जहां अनाथ बच्चे रह रहे थे.

इंफाल में बच्चों के अनाथ आश्रम पर नकाबपोश 2 लोगों ने की फायरिंग, CCTV फुटेज में क्या दिखा
इंफाल:

मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले के सागोलबंद क्षेत्र में अनाथ बालकों के एक आश्रम पर अज्ञात बदमाशों द्वारा की गई गोलीबारी के विरोध में स्थानीय लोगों ने बुधवार को धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर गोलीबारी की निंदा करते हुए नारे लगाए और अपराधियो की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की. पुलिस ने बताया कि कम से कम दो हथियारबंद बदमाशों ने रात करीब एक बजकर 40 मिनट पर एक आश्रम पर 7 से 8 राउंड गोलियां चलाईं, जहां अनाथ बच्चे रह रहे थे.

अनाथ आश्रम में रात में 7 से 8 राउंड फायरिंग

अनाथ आश्रम चलाने वाली खाइदेन ओंगबी रोमिता ने संवाददाताओं से कहा, 'यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि बाल गृह पर गोलीबारी की गई. गोलीबारी का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. हम अपील करते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न होने दी जाएं, बाल आश्रम में कई अनाथ बच्चे हैं.' हालांकि, कोई हताहत नहीं हुआ, क्योंकि यह घटना रात करीब 1.30 बजे हुई जब सभी सो रहे थे.

पुलिस ने इस मामले में क्या कुछ बताया

पुलिस ने कहा कि फुटेज से पता चला है कि काले कपड़े पहने दो नकाबपोश लोग इंफाल पश्चिम के सागोलबंद मीनो लीराक में स्थित अनाथ आश्रम के गेट पर पहुंचे और 7 से 8 राउंड फायरिंग की. इसके तुरंत बाद वे वहां से चले गए, अधिकारी सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं, लेकिन सरकारी सूत्रों का दावा है कि एनजीओ की संलिप्तता को देखते हुए अनाथ आश्रम को निशाना बनाकर जबरन वसूली की कोशिश की जा सकती है.

इस अनाथ आश्रम में मिशन वात्सल्य के तहत 30 बच्चे रहते हैं, जिसे पहले एकीकृत बाल संरक्षण योजना (आईसीपीएस) के नाम से जाना जाता था, जो एक केंद्र द्वारा चलाया जा रहा कार्यक्रम है. एक अधिकारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, "यहां मौजूद 30 बच्चों में से छह को राहत शिविरों से लाया गया था और वे उन विस्थापित परिवारों से हैं जो मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष के शिकार हैं."

मणिपुर में जबरन वसूली की धमकी

समाज कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि यह बच्चों का घर इंफाल शहर के बीचों-बीच स्थित है." प्रबंधन और जिला बाल संरक्षण इकाई ने एक एफआईआर दर्ज की है. दूसरी ओर, सागोलबंद मीनो लीराक के स्थानीय लोगों ने बुधवार को घर पर हमले की निंदा करते हुए धरना दिया. उन्होंने जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए तख्तियां पकड़ीं और नारे लगाए. पुलिस ने कहा कि इंफाल और मणिपुर के अन्य हिस्सों में विभिन्न प्रतिष्ठानों को जबरन वसूली की धमकियां मिली हैं.

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