
- ग्रेटर नोएडा वेस्ट में संजय मोहन और उनके परिवार को कैब में तेज रफ्तार ड्राइवर के कारण खौफनाक अनुभव हुआ.
- घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेकर ड्राइवर को गिरफ्तार किया है.
- साथ ही नोएडा पुलिस ने ड्राइवर पर जुर्माना लगाया और कैब को सीज करने की कार्रवाई भी की है.
यूं तो कैब कंपनियां लोगों को सुरक्षित और सुविधाजनक सफर का वादा करती हैं, लेकिन ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले संजय मोहन और उनका परिवार 14 अगस्त की तारीख को कैब में बिताए खौफनाक पलों के लिए हमेशा याद रखेगा. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई की है. ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है और जुर्माना लगाने के साथ ही कैब को भी सीज किया गया है.
सोशल मीडिया पर वायरल दो वीडियो में देखा जा सकता है कि कैब में सवार संजय मोहन का परिवार कैब ड्राइवर से गाड़ी रोकने की गुहार लगा रहा है, मिन्न्तें कर रहा है, लेकिन कैब ड्राइवर लगातार तेज रफ्तार में गाड़ी को भगा रहा है. कैब में गुजरे इन खौफनाक पलों को संजय मोहन ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड किया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो में एक डरे हुए बच्चे के रोने की भी आवाज आ रही है.
नोएडा: ट्रैफिक पुलिस कर्मी से बचने के लिए कैब ड्राइवर ने की रैश ड्राइविंग, अंदर बैठी थी फैमिली, पीड़ित परिवार का आरोप रैश ड्राइविंग की वजह से एक गाड़ी से टक्कर भी हुई#Noida | #TrafficPolice | #ViralVideo pic.twitter.com/KIZ3RGTUrR
— NDTV India (@ndtvindia) August 14, 2025
पुलिस की गाड़ी देख भगाई कैब
पीड़ित परिवार के सदस्य संजय मोहन ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'आज मैं और मेरा परिवार नोएडा से सीपी जा रहे थे. नोएडा के पार्थला ब्रिज के पास पुलिस इंटरसेप्टर गाड़ी ने ड्राइवर से गाड़ी रोकने को कहा, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी नहीं रोकी और पुलिस की गाड़ी से भागने की कोशिश करने लगा.'
ड्राइवर गिरफ्तार, कैब भी सीज
सेंट्रल नोएडा के डीपी शक्ति मोहन अवस्थी कहते हैं कि हमने वायरल वीडियो का स्वत संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई की है और कैब ड्राइवर को गिरफ्तार करने के साथ जुर्माना भी लगाया गया है और गाड़ी को भी सीज किया गया है.
पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
नोएडा में कैब के ड्राइवरों द्वारा की गई इस तरह की बदसलूकी और लापरवाही का पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी नोएडा में 59 साल के शख्स राकेश अरोड़ा की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. तब परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि आईफोन पर आए क्रैश मैसेज के जरिए पता चला कि उनके पिता का एक्सीडेंट हो गया है. उबर की तरफ से उन्हें कोई जानकारी तक नहीं दी गई.
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