असदउद्दीन ओवेसी (फाइल फोटो)
मुंबई:
‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने से इनकार करने वाले एआईएमआईएम विधायक वारिस पठान पर हमला तेज करते हुए शिवसेना ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें ‘हल्की’ सजा देकर छोड़ दिया गया है। उन्हें तो राज्य विधानसभा से स्थाई तौर पर निलंबित कर दिया जाना चाहिए और चुनाव लड़ने से अयोग्य करार दिया जाना चाहिए।
मुस्लिम तय करें समर्थन जावेद अख्तर को या ओवेसी को
पार्टी ने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा गया है ‘ वारिस पठान को अस्थाई तौर पर विधानसभा से निलंबित किया गया है लेकिन उनका अपराध इतना गंभीर है कि उन्हें स्थाई तौर पर निलंबित किया जाए और चुनाव लड़ने से अयोग्य ठहराया जाए। उन्हें हल्की सजा दी गई है।’ सामना ने यह भी जानना चाहा कि राज्यसभा सदस्य जावेद अख्तर ने नारे का समर्थन किया तो अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उनके पक्ष में आगे क्यों नहीं आए। उसमें कहा गया है, ‘ मुस्लिमों के लिए वक्त आ गया है कि वे फैसला करें कि वे जावेद अख्तर का समर्थन करेंगे या असदुद्दीन ओवेसी का ।’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
मुस्लिम तय करें समर्थन जावेद अख्तर को या ओवेसी को
पार्टी ने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा गया है ‘ वारिस पठान को अस्थाई तौर पर विधानसभा से निलंबित किया गया है लेकिन उनका अपराध इतना गंभीर है कि उन्हें स्थाई तौर पर निलंबित किया जाए और चुनाव लड़ने से अयोग्य ठहराया जाए। उन्हें हल्की सजा दी गई है।’ सामना ने यह भी जानना चाहा कि राज्यसभा सदस्य जावेद अख्तर ने नारे का समर्थन किया तो अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उनके पक्ष में आगे क्यों नहीं आए। उसमें कहा गया है, ‘ मुस्लिमों के लिए वक्त आ गया है कि वे फैसला करें कि वे जावेद अख्तर का समर्थन करेंगे या असदुद्दीन ओवेसी का ।’
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