संजय निरूपम
मुंबई:
कांग्रेस ने अपने मुखपत्र ‘कांग्रेस दर्शन’ में पिछले दिनों प्रकाशित विवादित आलेखों से हुई किरकिरी के बाद बुधवार को इस पत्रिका के संपादक और मुंबई कांग्रेस के प्रमुख संजय निरूपम को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब किया। विवादित आलेखों में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की कश्मीरी नीति पर सवाल उठाए गए थे और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के पिता को ‘‘फासीवादी सैनिक’’ करार दिया गया था।
पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी की अध्यक्षता वाली अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ताकतवर अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति ने दो दिन पहले मुंबई से पूर्व लोकसभा सांसद निरूपम को नोटिस जारी किया। निरूपम महाराष्ट्र कांग्रेस में हिंदी पट्टी के बड़े चेहरे माने जाते हैं। कांग्रेस में शामिल होने से पहले शिवसेना में रह चुके निरूपम को नोटिस का जवाब देने के लिए ‘‘कुछ दिनों’’ का वक्त दिया गया है।
बीते 28 दिसंबर को कांग्रेस को उस वक्त शर्मिंदा होना पड़ा था जब वह अपना 131वां स्थापना दिवस मना रही थी। ‘कांग्रेस दर्शन’ में प्रकाशित एक आलेख में ‘‘कश्मीर, चीन और तिब्बत के हालात के लिए’’ नेहरू को जिम्मेदार बताया गया था। ‘कांग्रेस दर्शन’ के एक अन्य आलेख में पार्टी अध्यक्ष सोनिया के पिता स्टीफेनो मायनो को पूर्व ‘‘फासीवादी सैनिक’’ बताया गया था।
इस मामले में निरूपम की ओर से माफी मांग लिए जाने के बाद भी उन्हें नोटिस जारी किया गया है। उस वक्त कांग्रेस ने भी ‘‘निष्क्रिय’’ हो चुके अपने मुखपत्र से पल्ला झाड़ लिया था। पत्रिका के संपादकीय विषय-वस्तु के प्रभारी सुधीर जोशी को आलेखों के सार्वजनिक हो जाने के बाद बर्खास्त कर दिया गया था।
पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी की अध्यक्षता वाली अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ताकतवर अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति ने दो दिन पहले मुंबई से पूर्व लोकसभा सांसद निरूपम को नोटिस जारी किया। निरूपम महाराष्ट्र कांग्रेस में हिंदी पट्टी के बड़े चेहरे माने जाते हैं। कांग्रेस में शामिल होने से पहले शिवसेना में रह चुके निरूपम को नोटिस का जवाब देने के लिए ‘‘कुछ दिनों’’ का वक्त दिया गया है।
बीते 28 दिसंबर को कांग्रेस को उस वक्त शर्मिंदा होना पड़ा था जब वह अपना 131वां स्थापना दिवस मना रही थी। ‘कांग्रेस दर्शन’ में प्रकाशित एक आलेख में ‘‘कश्मीर, चीन और तिब्बत के हालात के लिए’’ नेहरू को जिम्मेदार बताया गया था। ‘कांग्रेस दर्शन’ के एक अन्य आलेख में पार्टी अध्यक्ष सोनिया के पिता स्टीफेनो मायनो को पूर्व ‘‘फासीवादी सैनिक’’ बताया गया था।
इस मामले में निरूपम की ओर से माफी मांग लिए जाने के बाद भी उन्हें नोटिस जारी किया गया है। उस वक्त कांग्रेस ने भी ‘‘निष्क्रिय’’ हो चुके अपने मुखपत्र से पल्ला झाड़ लिया था। पत्रिका के संपादकीय विषय-वस्तु के प्रभारी सुधीर जोशी को आलेखों के सार्वजनिक हो जाने के बाद बर्खास्त कर दिया गया था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
कांग्रेस, मुखपत्र, कांग्रेस दर्शन, मुंबई कांग्रेस, संजय निरूपम, Congress, Mouthpiece, Congress Darshan, Mumbai Congress, Sanjay Nirupam