कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो)
मुंबई:
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मुंबई आ कर सर्राफा कारोबारियों को समर्थन दिया। अपने भाषण में राहुल ने दावा किया कि 1 फीसदी एक्साइज लागू करना मतलब सर्राफा कारोबारियों को मार डालने की कोशिश है।
केंद्र सरकार को करेंगे बाध्य
राहुल गांधी मंगलवार को एक दिवसीय मुम्बई दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने सर्राफा कारोबारियों के समर्थन के लिए एक रैली में शिरकत की। यह रैली मुंबई के सर्राफा कारोबारियों के गढ़ झवेरी बाजार में आयोजित की गई थी। इस रैली में सर्राफा कारोबारी और कारीगर शामिल हुए। राहुल ने इन कारोबारियों को आश्वस्त किया कि उनकी पार्टी एक्साइज पर लिए फैसले को वापस लेने पर केंद्र सरकार को बाध्य करेगी।
...और फीका हो गया राहुल के दौरे का असर
वैसे राहुल के समर्थन में उतरने से ठीक एक दिन पहले महाराष्ट्र के सर्राफा कारोबारियों ने बिना मांगें मनवाए अपने आंदोलन को वापस लेने का ऐलान किया। कारोबारियों को कहा गया है की वे गुरुवार 14 अप्रैल से अपना कारोबार शुरू कर दें। ऐसे में राहुल का मुंबई आकर कारोबारियों के समर्थन में उतरना उनके असर को फीका कर गया।
मंगलवार को ही कई कारोबारियों ने खोली दुकानें
उधर, आंदोलन वापसी का ऐलान सुनते ही मुंबई, ठाणे और आसपास के कई सर्राफा कारोबारियों ने गुरुवार तक रुकना भी मुनासिब न समझा। ऐसे में मंगलवार को ही कई दुकानें खुल गईं थीं और उनके सौदे शुरू हो गए थे। मुंबई सर्राफा असोसिएशन के कर्ताधर्ता इंदर जैन से व्यापारियों में पड़ी इस फूट को स्वीकार किया है। NDTV इंडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, ये उन व्यापारियों ने किया है जो दुकान खोलने के लिए आतुर हो चुके थे।
सर्राफा कारोबारियों का संगठन दावा कर रहा है कि सरकार अब अगर एक्साइज हटाने का ऐलान नहीं करती तो आगामी संसद सत्र के पहले दिन वे दुबारा हड़ताल शुरू करेंगे। देश के सर्राफा कारोबारी बजट में 1 फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाए जाने के खिलाफ़ पिछले करीब 45 दिन से हड़ताल कर रहे थे। आंदोलनकारियों का दावा है कि ये मसला देश के 7 करोड़ लोगों से जुड़ा है।
केंद्र सरकार को करेंगे बाध्य
राहुल गांधी मंगलवार को एक दिवसीय मुम्बई दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने सर्राफा कारोबारियों के समर्थन के लिए एक रैली में शिरकत की। यह रैली मुंबई के सर्राफा कारोबारियों के गढ़ झवेरी बाजार में आयोजित की गई थी। इस रैली में सर्राफा कारोबारी और कारीगर शामिल हुए। राहुल ने इन कारोबारियों को आश्वस्त किया कि उनकी पार्टी एक्साइज पर लिए फैसले को वापस लेने पर केंद्र सरकार को बाध्य करेगी।
...और फीका हो गया राहुल के दौरे का असर
वैसे राहुल के समर्थन में उतरने से ठीक एक दिन पहले महाराष्ट्र के सर्राफा कारोबारियों ने बिना मांगें मनवाए अपने आंदोलन को वापस लेने का ऐलान किया। कारोबारियों को कहा गया है की वे गुरुवार 14 अप्रैल से अपना कारोबार शुरू कर दें। ऐसे में राहुल का मुंबई आकर कारोबारियों के समर्थन में उतरना उनके असर को फीका कर गया।
मंगलवार को ही कई कारोबारियों ने खोली दुकानें
उधर, आंदोलन वापसी का ऐलान सुनते ही मुंबई, ठाणे और आसपास के कई सर्राफा कारोबारियों ने गुरुवार तक रुकना भी मुनासिब न समझा। ऐसे में मंगलवार को ही कई दुकानें खुल गईं थीं और उनके सौदे शुरू हो गए थे। मुंबई सर्राफा असोसिएशन के कर्ताधर्ता इंदर जैन से व्यापारियों में पड़ी इस फूट को स्वीकार किया है। NDTV इंडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, ये उन व्यापारियों ने किया है जो दुकान खोलने के लिए आतुर हो चुके थे।
सर्राफा कारोबारियों का संगठन दावा कर रहा है कि सरकार अब अगर एक्साइज हटाने का ऐलान नहीं करती तो आगामी संसद सत्र के पहले दिन वे दुबारा हड़ताल शुरू करेंगे। देश के सर्राफा कारोबारी बजट में 1 फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाए जाने के खिलाफ़ पिछले करीब 45 दिन से हड़ताल कर रहे थे। आंदोलनकारियों का दावा है कि ये मसला देश के 7 करोड़ लोगों से जुड़ा है।
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