प्रत्यूषा मुखर्जी और राहुल राज सिंह (फाइल फोटो)
मुंबई:
टीवी धारावाहिक अभिनेत्री प्रत्यूषा बनर्जी ख़ुदकुशी मामले में आरोपी राहुल राज सिंह की गिरफ्तारी पर रोक 25 अप्रैल तक के लिए बढ़ गई है। बॉम्बे हाई कोर्ट में सोमवार को मामले पर फिर से सुनवाई होनी थी लेकिन सरकारी वकील ने ये कहकर तारीख आगे बढ़ाने की मांग की कि राज्य सरकार मामले में विशेष सरकारी वकील की नियुक्ति करने वाली है। इसलिए तब तक के लिए राहुल की अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई टाल दी जाय। अगली सुनवाई अब 25 अप्रैल को होगी।
प्रत्यूषा बनर्जी ने 1 अप्रैल को अपने प्रेमी राहुल राज सिंह के घर में फ़ांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली थी। प्रत्यूषा राहुल के साथ ही रहती थी। राहुल ने ही सबसे पहले प्रत्यूषा को फंदे से लटकते देखा था और उसे अस्पताल ले गया था। लेकिन उसके बाद अस्पताल से गायब हो गया था जिसके बाद से वो शक के दायरे में हैं। प्रत्यूषा के माता-पिता ने भी राहुल राज पर शक जाहिर किया है। खुद राहुल के पूर्व वकील नीरज गुप्ता ने राहुल पर पहले से 2 शादी करने और तलाक ना लेने और पैसे के लिए लड़कियों को नशे के जाल में फंसाने तक का आरोप लगाया है।
बांगुर नगर पुलिस ने प्रत्यूषा की मां सोमा बनर्जी की शिकायत पर राहुल राज सिंह पर ख़ुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर उसे आरोपी तो बना लिया। लेकिन गिरफ्तार नहीं कर पाई क्योंकि पहले दिन की पूछताछ के बाद से ही राहुल की तबियत ख़राब हो गई थी और वो इलाज के लिए कांदिवली के एक अस्पताल में भर्ती हो गया था।
बांगुर नगर पुलिस राहुल राज के ठीक होने का इंतजार करती रही और राहुल ने बॉम्बे हाई कोर्ट से गिरफ़्तारी पर 18 अप्रैल तक रोक की अंतरिम राहत लेकर पुलिस के मंसूबों पर पानी फेर दिया। अदालत ने राहुल राज सिंह को रोज 11 से एक बजे तक रोज बांगुर नगर पुलिस थाने में पूछताछ के लिए हाजिर रहने का आदेश भी दिया था। राहुल आदेश के मुताबिक रोज पुलिस थाने में हाजिर होता है।
सोमवार को मामले की आगे सुनवाई होनी थी। प्रत्यूषा की मां की तरफ से राहुल की अग्रिम जमानत अर्जी का विरोध करने के लिए वरिष्ठ वकील निलेश पावसकर भी कोर्ट में उपस्थित थे। लेकिन सरकारी वकील ने ही सुनवाई के लिए आगे की तारीख मांग कर सबको हैरान कर दिया।
प्रत्यूषा बनर्जी ने 1 अप्रैल को अपने प्रेमी राहुल राज सिंह के घर में फ़ांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली थी। प्रत्यूषा राहुल के साथ ही रहती थी। राहुल ने ही सबसे पहले प्रत्यूषा को फंदे से लटकते देखा था और उसे अस्पताल ले गया था। लेकिन उसके बाद अस्पताल से गायब हो गया था जिसके बाद से वो शक के दायरे में हैं। प्रत्यूषा के माता-पिता ने भी राहुल राज पर शक जाहिर किया है। खुद राहुल के पूर्व वकील नीरज गुप्ता ने राहुल पर पहले से 2 शादी करने और तलाक ना लेने और पैसे के लिए लड़कियों को नशे के जाल में फंसाने तक का आरोप लगाया है।
बांगुर नगर पुलिस ने प्रत्यूषा की मां सोमा बनर्जी की शिकायत पर राहुल राज सिंह पर ख़ुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर उसे आरोपी तो बना लिया। लेकिन गिरफ्तार नहीं कर पाई क्योंकि पहले दिन की पूछताछ के बाद से ही राहुल की तबियत ख़राब हो गई थी और वो इलाज के लिए कांदिवली के एक अस्पताल में भर्ती हो गया था।
बांगुर नगर पुलिस राहुल राज के ठीक होने का इंतजार करती रही और राहुल ने बॉम्बे हाई कोर्ट से गिरफ़्तारी पर 18 अप्रैल तक रोक की अंतरिम राहत लेकर पुलिस के मंसूबों पर पानी फेर दिया। अदालत ने राहुल राज सिंह को रोज 11 से एक बजे तक रोज बांगुर नगर पुलिस थाने में पूछताछ के लिए हाजिर रहने का आदेश भी दिया था। राहुल आदेश के मुताबिक रोज पुलिस थाने में हाजिर होता है।
सोमवार को मामले की आगे सुनवाई होनी थी। प्रत्यूषा की मां की तरफ से राहुल की अग्रिम जमानत अर्जी का विरोध करने के लिए वरिष्ठ वकील निलेश पावसकर भी कोर्ट में उपस्थित थे। लेकिन सरकारी वकील ने ही सुनवाई के लिए आगे की तारीख मांग कर सबको हैरान कर दिया।
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