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मुंबई को ‘भ्रष्ट महायुति कॉर्पोरेशन’ बना दिया, BMC चुनाव से पहले गरमाई सियासत, कांग्रेस ने जारी की चार्जशीट

सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि प्रशासक शासन के दौरान मुंबईकरों को बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित रखा गया. शहर की सड़कें खस्ताहाल हैं और जगह-जगह गड्ढों से नागरिक परेशान हैं.

मुंबई को ‘भ्रष्ट महायुति कॉर्पोरेशन’ बना दिया, BMC चुनाव से पहले गरमाई सियासत, कांग्रेस ने जारी की चार्जशीट
मुंबई:

मुंबई महानगरपालिका के कामकाज को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को कई गंभीर सवाल उठाए. कांग्रेस के अनुसार कि बीते तीन वर्ष नौ महीने से प्रशासक शासन लागू रहने के दौरान शहर की हालत बद से बदतर हो गई है. इस अवधि में महायुति सरकार ने प्रशासक के माध्यम से मुंबईकरों की खुली लूट की है और देश की आर्थिक राजधानी को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया है. यह गंभीर आरोप मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद वर्षा गायकवाड़ ने लगाए. उन्होंने कहा कि महायुति के भ्रष्टाचार और कुप्रशासन को जनता के सामने लाने के लिए मुंबई कांग्रेस की ओर से एक विस्तृत “चार्जशीट” आज प्रकाशित की गई है.

मुंबई महानगरपालिका चुनाव की पृष्ठभूमि में मुंबई कांग्रेस ने सत्ताधारी गठबंधन के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया है. वांद्रे पूर्व स्थित वाल्मीकि नगर में आयोजित कार्यक्रम में सांसद वर्षा गायकवाड़ के हाथों इस चार्जशीट का प्रकाशन किया गया. इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं विधायक असलम शेख, पूर्व मंत्री नसीम खान, विधायक भाई जगताप, विधायक अमीन पटेल, विधायक डॉ. ज्योति गायकवाड़, चरणजीत सप्रा, राष्ट्रीय सचिव एवं मुंबई कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सचिन सावंत सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे.

सांसद वर्षा गायकवाड ने कहा कि प्रशासक शासन के दौरान मुंबईकरों को बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित रखा गया. शहर की सड़कें खस्ताहाल हैं और जगह-जगह गड्ढों से नागरिक परेशान हैं. ट्रैफिक जाम, बढ़ता वायु प्रदूषण, सार्वजनिक परिवहन की बदहाल स्थिति, पानी की समस्या, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और शिक्षा व्यवस्था की उपेक्षा, ये सभी मुद्दे महायुति सरकार की विफलताओं को उजागर करते हैं.

उन्होंने आरोप लगाया कि मुंबई महानगरपालिका की बैंक जमा राशि का दुरुपयोग किया गया, वहीं बीएमसी के स्कूलों को निजी हाथों में सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. ठोस कचरा प्रबंधन की समस्या गंभीर बनी हुई है और मीठी नदी सफाई परियोजना को लेकर भी बड़े सवाल खड़े हैं. इसके अलावा मुंबई की कीमती जमीनें बेचने का सिलसिला जारी है और कई परियोजनाओं में भारी भ्रष्टाचार हुआ है.

सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि आज मुंबई एक “भ्रष्ट महायुति कॉर्पोरेशन” बन गई है, जहां आम नागरिकों की बजाय ठेकेदारों और चहेते उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है. मुंबई कांग्रेस ने इन मुद्दों पर लगातार आवाज उठाई है और आगे भी संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि कांग्रेस जल्द ही अपना चुनावी घोषणापत्र जारी करेगी, लेकिन उससे पहले महायुति सरकार के कारनामों को इस चार्जशीट के जरिए जनता के सामने लाया गया है.उन्होंने स्पष्ट किया कि मुंबई महानगरपालिका का चुनाव जाति, धर्म, भाषा या प्रांत के आधार पर नहीं, बल्कि मुंबई के वास्तविक नागरिक मुद्दों पर होना चाहिए. मुंबईकरों को विवाद नहीं, बल्कि विकास चाहिए,” यह संदेश कांग्रेस जनता तक पहुंचा रही है.

गठबंधन से जुड़े सवाल पर सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि वंचित बहुजन आघाड़ी और अन्य समान विचारधारा वाले दलों के साथ बातचीत जारी है और जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.मुंबई कांग्रेस की यह चार्जशीट आने वाले महानगरपालिका चुनावों में सत्ताधारी महायुति के लिए बड़ी चुनौती मानी जा रही है. अब देखना होगा कि मुंबईकर इन आरोपों और मुद्दों पर किस तरह प्रतिक्रिया देते हैं.

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