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मुंबई में गणेश चतुर्थी के पहले गणेश मंडलों को बड़ी राहत! BMC ने शुरू की सिंगल विंडो ऑनलाइन परमिशन सिस्टम

बीएमसी इस वर्ष 907 टन शाडू मिट्टी मुफ्त में उपलब्ध करा रही है, जिससे गणेश मूर्तियां बनाई जा सकें. साथ ही 979 मूर्तिकारों को अस्थायी मूर्ति निर्माण स्थल भी दिए गए हैं, ताकि वे सुविधाजनक तरीके से मूर्तियां तैयार कर सकें.

मुंबई में गणेश चतुर्थी के पहले गणेश मंडलों को बड़ी राहत! BMC ने शुरू की सिंगल विंडो ऑनलाइन परमिशन सिस्टम
  • BMC ने गणेश उत्सव के लिए ऑनलाइन सिंगल विंडो सिस्टम की शुरुआत की, जिससे सभी अनुमतियां एक ही पोर्टल पर मिलेंगी.
  • गणेश मंडल अब बीएमसी की वेबसाइट पर जाकर पंडाल की अनुमति और शोभायात्रा के लिए आवेदन ऑनलाइन कर सकते हैं.
  • नया सिस्टम महाराष्ट्र सरकार द्वारा गणेशोत्सव को राज्य त्योहार घोषित करने के बाद लागू किया गया है.
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मुंबई:

बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने गणेश उत्सव के लिए बड़ी सुविधा की शुरुआत की है. अब सार्वजनिक गणेश मंडलों को पंडाल की अनुमति, शोभायात्रा के एनओसी और अन्य जरूरी मंजूरियों के लिए अलग-अलग विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. बीएमसी ने इसके लिए ऑनलाइन सिंगल विंडो सिस्टम लॉन्च किया है, जिससे सभी अनुमतियां एक ही पोर्टल पर मिल सकेंगी.

गणेश मंडल अब बीएमसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर “Mandap (Public Ganeshotsav/Navratri/Other Festivals)” सेक्शन में आवेदन कर सकते हैं. इस प्रक्रिया में मुंबई पुलिस, ट्रैफिक विभाग और अन्य संबंधित एजेंसियों की एनओसी की आवश्यकता होती है. लेकिन अब यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से अपने आप पूरी हो जाएगी. यानी मंडलों को इन विभागों के अलग-अलग ऑफिस जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

इस पहल को महाराष्ट्र सरकार द्वारा गणेशोत्सव को "राज्य त्योहार" घोषित करने के बाद लागू किया गया है. बीएमसी का कहना है कि नया सिस्टम पारदर्शिता, गति और भ्रष्टाचार-मुक्त प्रक्रिया सुनिश्चित करेगा, जिससे मंडलों को सहूलियत होगी और समय की बचत भी होगी.

इसके अलावा बीएमसी इस वर्ष 907 टन शाडू मिट्टी मुफ्त में उपलब्ध करा रही है, जिससे गणेश मूर्तियां बनाई जा सकें. साथ ही 979 मूर्तिकारों को अस्थायी मूर्ति निर्माण स्थल भी दिए गए हैं, ताकि वे सुविधाजनक तरीके से मूर्तियां तैयार कर सकें. बीएमसी ने मंडलों को इको-फ्रेंडली सजावट - जैसे कपड़ा, कागज़ और बांस का उपयोग करने और कृत्रिम तालाबों में विसर्जन करने के लिए प्रोत्साहित किया है, जिससे पर्यावरण को कम से कम नुकसान पहुंचे.

एक और अहम बात यह है कि अगर कोई मंडल पंडाल लगाते समय सड़क की खुदाई करता है, तो उसे सड़क मरम्मत का खर्च और जुर्माना देना होगा. बीएमसी ने साफ किया है कि इस प्रक्रिया को तकनीकी, पारदर्शी और पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है, जिससे मुंबई में गणेशोत्सव और भी सुव्यवस्थित और टिकाऊ बन सके.

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