मुंबई पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो मूल रूप से बांग्लादेश का रहने वाला है और बीते 34 सालों से मुंबई में रह रहा था. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी बांग्लादेशी नागरिक बांग्लादेश के चटगांव का रहने वाला है जिसका नाम मोइन हयात बादशाह शेख साल है. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि ये आरोपी जब महज 17 साल का था तब अवैध तरीके से भारत आया था.मोइन बीते कई सालों में कई बार बांग्लादेश जा चुका है.
इस मामले में एंटी टेररिस्ट सेल (ATC) को जानकारी मिली थी कि एक बांग्लादेशी नागरिक यहां दक्षिण मुंबई में कई सालों से रहा है. इसके बाद एक टीम का गठन किया गया जिसने मोइन को हिरासत में लिया. जांच के दौरान पता चला कि आरोपी डंकी के रास्ते से भारत आया था और इज़के पास वोटर आईडी भी है जिसका इस्तेमाल कर उसने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में मतदान भी किया था.
मोइन के पास से पुलिस को आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी और ड्राइविंग लाइसेंस मिला है. जांच में पता चला कि मोइन ने 1990 से मुंब्रा, कुर्ला, गोवंडी और परेल में बच्चों को उर्दू और कुरान पढ़ाना शुरू किया है, जब वह पहली बार मुंबई आया था. हालांकि, उसके पास पासपोर्ट नहीं है. पुलिस अधिकारियों को उसका राष्ट्रीय ID कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र भी मिला है.मोइन कफ़ परेड के अंबेडकर नगर में एक घर का मालिक भी है, जहां वह अपने परिवार के साथ रहता है. वह आखिरी बार 2021 में बांग्लादेश गया था.
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी एक होटल में सफाई का काम करता था और बगल के हॉल में बच्चों को पढ़ाता था और उनसे दो-दो हज़ार लेता था. पूछताछ के दौरान मोइन ने खुलासा किया कि वो बांग्लादेश में अपने दोस्त को रुपये में पैसे भेजता था उसका दोस्त रुपये को बांग्लादेशी करेंसी टके में कन्वर्ट कर देता था.पुलिस को मोइन के मोबाइल से IMO ऐप मिला है जिसकी मदद से वो अपनी पत्नी से चैट किया करता था. आरोपी ने खुलासा किया कि वो बांग्लादेश जाने के लिए मुम्बई से कोलकाता फ्लाइट से जाता था फिर वहां से एजेंट की मदद से चटगांव पहुंच जाता था.
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