मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी समेत कांग्रेस के तीन विधायकों के सामने जमीन पर घुटने टेककर उनसे धरना खत्म करने की मान-मनुहार करना अनुविभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) और शहर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) को महंगा पड़ा है और उनका तबादला कर दिया गया है. यह धरना कोविड-19 के प्रकोप से निपटने को लेकर सूबे की भाजपा सरकार की नीतियों के विरोध में दिया जा रहा था. अधिकारियों ने रविवार को बताया कि प्रदेश सरकार के अलग-अलग विभागों के शनिवार देर रात जारी आदेशों में एसडीएम राकेश शर्मा और सीएसपी डीके तिवारी को मैदानी तैनाती से हटाते हुए उनका तबादला तत्काल प्रभाव से भोपाल कर दिया गया है.
पूर्व मंत्री @jitupatwari के सामने घुटने टेककर धरना खत्म करने की मान-मनुहार करने की तस्वीरें वायरल होने के बाद एसडीएम और सीएसपी हटाये गये @ndtvindia #COVID19India #CoronavirusIndia #Lockdown5 #LockdownFailed pic.twitter.com/TyIG6wZC2T
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) June 14, 2020
उन्होंने बताया कि शर्मा को सामान्य प्रशासन विभाग में डिप्टी कलेक्टर के पद पर तैनात किया गया है, जबकि तिवारी को पुलिस मुख्यालय में उपाधीक्षक (डीएसपी) के पद पर तैनात किया गया है. चश्मदीदों के मुताबिक एसडीएम और सीएसपी कल शनिवार को राजबाड़ा स्थित धरनास्थल पर पहुंचे थे. वहां उन्होंने घुटने टेककर पटवारी और दो अन्य कांग्रेस विधायकों से बात की थी. दोनों अधिकारियों ने इसी मुद्रा में तीनों विधायकों से अनुरोध किया था कि वे धरना खत्म कर दें.
सोशल मीडिया पर इस वाकये का वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा के कई नेताओं ने दोनों अधिकारियों के आचरण पर आपत्ति जतायी थी, धरने के दौरान कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया था कि कोविड-19 के प्रकोप से निपटने में राज्य सरकार नाकाम रही है और जनता को उसके हाल पर छोड़ दिया गया है.
Video: नरेंद्र मोदी नेरेटिव बनाने में सफल रहे - जीतू पटवारी
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