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मध्यप्रदेश में बेरोज़गारी की मार ओबीसी युवाओं पर, 25 लाख में 10 लाख से ज़्यादा पिछड़े वर्ग से

मध्य प्रदेश में पिछले सात महीनों में बेरोज़गारों की संख्या में 0.56% (करीब 48,624) की मामूली गिरावट आई है, और अब  कुल पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 25,68,321 तक पहुंच गई है.

मध्यप्रदेश में बेरोज़गारी की मार ओबीसी युवाओं पर, 25 लाख में 10 लाख से ज़्यादा पिछड़े वर्ग से
  • मध्यप्रदेश में सामाजिक रूप से ओबीसी के 10.46 लाख से अधिक युवा रोजगार पोर्टल पर पंजीकृत
  • राज्य में कुल 25.68 लाख बेरोजगार युवाओं में ओबीसी वर्ग की संख्या सबसे अधिक है
  • सरकार के अनुसार पिछले सात महीनों में बेरोजगारों की संख्या में 0.56 प्रतिशत की मामूली गिरावट
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भोपाल:

मध्यप्रदेश में बेरोज़गारी का सबसे बड़ा भार उन युवाओं पर पड़ रहा है, जो सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग यानी ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) से आते हैं. राज्य के रोजगार पोर्टल पर पंजीकृत 25 लाख से अधिक युवाओं में से 10.46 लाख से ज़्यादा ओबीसी वर्ग से हैं, जो कि किसी भी सामाजिक समूह में सबसे अधिक संख्या है. इनमें 5.73 लाख पुरुष और 4.72 लाख महिलाएं शामिल हैं.

राज्य में 25 लाख से ज्यादा पंजीकृत बेरोजगार

यह चौंकाने वाले आंकड़े विधानसभा में कांग्रेस विधायकों आतिफ अकील और संजय उइके के सवालों के जवाब में सामने आए हैं. ये आंकड़े राज्य में युवाओं की बेरोज़गारी की गंभीर स्थिति की तस्वीर पेश करते हैं. सरकार दावा कर रही हो कि पिछले सात महीनों में बेरोज़गारों की संख्या में 0.56% (करीब 48,624) की मामूली गिरावट आई है, और अब  कुल पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 25,68,321 तक पहुंच गई है.

किस वर्ग में कितने पंजीकृत बेरोजगार

वैसे सरकार अब इन बेरोज़गार युवाओं को "आकांक्षी युवा" कहकर बुला रही है, वर्गवार आंकड़ों पर नजर डालें तो 4.69 लाख अनुसूचित जाति (SC), 4.18 लाख अनुसूचित जनजाति (ST) और 6.34 लाख सामान्य वर्ग से हैं. सबसे ज़्यादा संख्या ओबीसी युवाओं की है. 13.91 लाख पुरुष और 11.76 लाख महिलाएं आकांक्षी युवाओं की इस लंबी कतार में शामिल हैं. ज़िलेवार आंकड़ों में सागर जिला बेरोजगारी के आंकड़ों में सबसे ऊपर है, जबकि नये बने पांढुर्ना में सबसे कम पंजीकृत बेरोज़गार युवा दर्ज हैं. राज्य के 21 जिलों में 50,000 से अधिक बेरोज़गार युवा पंजीकृत हैं, जबकि 34 जिलों में यह संख्या 50,000 से कम है.

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