कांग्रेस के समर्थक अभिषेक मिश्रा को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भोपाल से गिरफ्तार किया है. अभिषेक को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
मध्यप्रदेश सरकार ने बिना स्थानीय पुलिस को सूचना दिए अभिषेक की गिरफ़्तारी पर ऐतराज़ जताया है. कमलनाथ सरकार ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर यह दिशा निर्देश दिए हैं कि राज्यों से किसी भी शख्स की गिरफ्तारी किए जाने पर स्थानीय थाने को सूचना देना जरूरी है.
Deputy Commissioner of Police, Cyber Cell: Delhi police Cyber Cell has arrested a person from Madhya Pradesh's Bhopal after they received a complaint that he hurt religious sentiments through his posts on social networking sites.
— ANI (@ANI) January 23, 2019
दिल्ली पुलिस ने एक गुप्त शिकायत के आधार पर अभिषेक को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि अभिषेक सोशल मीडिया, फेसबुक ट्वीटर और अपनी एक वेबसाइट के जरिए भड़काऊ पोस्ट, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली पोस्ट लिखता था. इसके बाद उसकी गिरफ्तारी की गई है.
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में ब्लागर और कांग्रेस पार्टी के समर्थक अभिषेक मिश्रा को गिरफ्तार किए जाने पर प्रदेश सरकार ने आपत्ति जताई है. स्थानीय पुलिस को सूचना दिए बगैर गिरफ्तारी की गई है. राज्य के गृह विभाग ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर आपत्ति दर्ज कराते हुए दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई को सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन बताया है.
भोपाल के कोहेफिजा इलाके में मंगलवार को रात में लगभग साढ़े आठ बजे कुछ लोग वेबसाइट बनवाने के नाम पर अभिषेक से मिलने आए. परिवार के मुताबिक थोड़ी बातचीत के बात वे उसे गाड़ी में बिठाकर ले गए. इसके बाद अभिषेक मिश्रा के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली और उसका मोबाइल भी बंद था. बुधवार को औपचारिक तौर पर यह जानकारी मिली कि अभिषेक को प्रवीण कुमार, निरीक्षक, सायबर क्राइम यूनिट, स्पेशल सेल, दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
मध्यप्रदेश शासन के गृह विभाग ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को लिखे खत में कहा है कि पूरे घटनाक्रम में ऐसा प्रतीत होता है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (एसबी) टीम ने गिरफ्तारी के समय माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का उचित रूप से पालन नहीं किया. स्थानीय पुलिस को गिरफ्तारी की सूचना नहीं दी और न ही अभिषेक मिश्रा के परिजनों को गिरफ्तारी की सूचना दी, जिससे अपहरण की आशंका उत्पन्न हुई.
गृह विभाग के उप सचिव ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भेजे गए पत्र में लिखा है कि दिल्ली पुलिस द्वारा की गई इस नियम विरुद्ध कार्यवाही की आवश्यक जांच की जाए. साथ ही नियम विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारी के विरुद्ध यथोचित कार्रवाई की जाकर मध्यप्रदेश शासन को अवगत करवाया जाए.
VIDEO : वायरल वीडियो पर वार-पलटवार
उसने पीएम मोदी को लेकर भी कई अशोभनीय पोस्ट लिखी हैं.
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