मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को मंदसौर पहुंचे.
भोपाल:
मालवा में हिंसा शुरू होने के 13 और पुलिस फायरिंग में किसानों के मारे जाने के 8 दिन बाद, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राजधानी भोपाल से उड़े, मालवा में कार में चढ़े ... नाराज़ किसानों को मनाने बुधवार को मंदसौर पहुंचे. जिन किसानों की फायरिंग और हिंसा में मौत हुई उनके घर गए. मुख्यमंत्री के आने से पहले धारा 144 को हटा लिया गया जिसकी वजह से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई नेता मंदसौर नहीं आ पाए थे.
नौकरी और एक करोड़ रुपये के मुआवजे का ऐलान वे पहले कर चुके थे, बुधवार को मृतकों के परिवारवालों से कहा दोषी बख्शे नहीं जाएंगे. शिवराज सिंह चौहान ने कहा मैं वायदा करता हूं कि दोषियों को माफ नहीं किया जाएगा. हिंसा के बारे में उन्होंने कहा एक किसान ऐसा नहीं कर सकता. वह कार नहीं जलाता. इसके पीछे कोई है. मैं उनके साथ खड़ा हूं जिन्होंने अपना सब कुछ खो दिया है. मैं सुनिश्चित करूंगा कि सरकार उत्पाद को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदे. मुझे पता है कि आपको चेक से दिक्कत होती है इसलिए हम आरटीजीएस के जरिए पेमेंट कर रहे हैं.
बड़वन, लोध, बरखेड़ापंथ,नया खेड़ा, पिपलिया मंडी.. मुख्यमंत्री हर गांव गए वायदे दोहराए लेकिन वहीं फायरिंग के दौरान मारे गए 17 साल के अभिषेक के पिता दिनेश पाटीदार ने मुलाकात और वायदों पर असंतोष जताते हुए कहा मुझे नहीं लगता मैं संतुष्ट हूं...मैं इस वक्त कुछ नहीं कह सकता. वहीं उनके भाई मधुसूदन पाटीदार ने कहा हमें 6 जून से आश्वासन मिल रहा है कहा था दोषियों को गिरफ्तार करेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
मुआवज़े के अलावा मालवा का किसान अब भी नाराज़ है वजह है पैदावार की कम कीमत, ज्यादा लागत. लोध गांव के चंदगीराम ने कहा सोयाबीन पहले 5400 था अभी 2500, इस पर कोई वायदा नहीं मिला है.
नौकरी और एक करोड़ रुपये के मुआवजे का ऐलान वे पहले कर चुके थे, बुधवार को मृतकों के परिवारवालों से कहा दोषी बख्शे नहीं जाएंगे. शिवराज सिंह चौहान ने कहा मैं वायदा करता हूं कि दोषियों को माफ नहीं किया जाएगा. हिंसा के बारे में उन्होंने कहा एक किसान ऐसा नहीं कर सकता. वह कार नहीं जलाता. इसके पीछे कोई है. मैं उनके साथ खड़ा हूं जिन्होंने अपना सब कुछ खो दिया है. मैं सुनिश्चित करूंगा कि सरकार उत्पाद को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदे. मुझे पता है कि आपको चेक से दिक्कत होती है इसलिए हम आरटीजीएस के जरिए पेमेंट कर रहे हैं.
बड़वन, लोध, बरखेड़ापंथ,नया खेड़ा, पिपलिया मंडी.. मुख्यमंत्री हर गांव गए वायदे दोहराए लेकिन वहीं फायरिंग के दौरान मारे गए 17 साल के अभिषेक के पिता दिनेश पाटीदार ने मुलाकात और वायदों पर असंतोष जताते हुए कहा मुझे नहीं लगता मैं संतुष्ट हूं...मैं इस वक्त कुछ नहीं कह सकता. वहीं उनके भाई मधुसूदन पाटीदार ने कहा हमें 6 जून से आश्वासन मिल रहा है कहा था दोषियों को गिरफ्तार करेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
मुआवज़े के अलावा मालवा का किसान अब भी नाराज़ है वजह है पैदावार की कम कीमत, ज्यादा लागत. लोध गांव के चंदगीराम ने कहा सोयाबीन पहले 5400 था अभी 2500, इस पर कोई वायदा नहीं मिला है.
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