मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
मध्य प्रदेश कांग्रेस में इस समय अंदर खाने में अंदर ही अंदर खींचतान चरम पर पहुंच रही है. पहले 'बुआ' यानी मध्यप्रदेश की पूर्व उप मुख्यमंत्री जमुना देवी की दिग्विजय सिंह की पटरी नहीं खाई अब अब 'भतीजे' और मध्यप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री उमंग सिंघार ने उनके ख़िलाफ़ मोर्चा खोला है. उमंग ने दिग्विजय को 'ब्लैकमेलर नंबर वन' तक कह डाला साथ ही यह भी आरोप लगाया कि दिग्विजय रेत के अवैध उत्खनन शराब तस्करी में लिप्त हैं. वन मंत्री उमंग सिंघार ने कहा, जिस प्रकार से सरकार की नीतियों में आप दखलंदाजी करते हैं, दिग्विजय सिंह जी जिस प्रकार से आप पर्दे के पीछे से अपने लोगों को बैठाकर अवैध धंधे करवाते हैं. शराब के धंधे के लिए अपने जिले में अधिकारी को बैठा रखा है.'
10 बड़ी बातें
- दिग्विजय और उमंग के बीच तनातनी 28 कैबिनेट मंत्रियों को काम के सिलसिले में मिलने का वक्त मांगने के लिये लिखे पत्र से शुरू हुई और मंगलवार को 2 और भी पत्र आए.
- उमंग सिंघार से जब एनडीटीवी ने सवाल किया कि क्या उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को खत लिखा है तो उन्होंने कहा बिल्कुल लिखा है. सच बोलना है. ये सरकार जनता की सरकार है, ये किसी नेता की सरकार नहीं है. ये लोग खत भेजकर वायरल करना इसलिए चाहते हैं, दिखाना चाहते हैं, वो शैडो सीएम हैं.
- सिंघार ने पार्टी अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा है, '...मंत्री का अपने मुख्यमंत्री के प्रति उत्तरदायित्व होता है. दिग्विजय सिंह राज्यसभा सदस्य हैं. वह पत्र लिख कर मंत्रियों से ट्रांसफर-पोस्टिंग का हिसाब ले रहे है, जो अनुचित है'
- पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने ट्वीट कर लिखा कि वे बहुत आहत हैं. लड़ाई सिर्फ सरकार में नहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के लिए भी रस्साकशी तेज है.
- भोपाल के एक पार्षद ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को अध्यक्ष बनाने के लिए अखबार में विज्ञापन दे दिया तो वहीं भिंड में जिला कांग्रेस कमेटी ने उनके पक्ष में एक प्रस्ताव पारित किया.
- जबकि शिवपुरी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिले में किसी भी कांग्रेस नेता के प्रवेश की अनुमति नहीं देने की धमकी दी. जो नेता जिस गुट में हैं वे उसी के मुताबिक बयान दे रहे हैं.
- जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा सिंघार जी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में हैं. पिछले दिनों पीछे हो गए थे, कैसे आगे आएं. मैं समझता हूं इसलिए मीडिया में आए हैं. आज की तारीख में कमलनाथ मुख्यमंत्री भी हैं, नेता भी हैं. सोनिया जी तय करेंगी.
- वहीं पीडब्लूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा उमंग सिंघार की पीड़ा बहुत दिनों से मन में दबी थी, पर छोटे कद के नेता को बड़े कद के नेता के लिए बहुत सम्मानजनक ढंग से बोलना चाहिए.
- उधर बीजेपी कह रही है ये मलाई की लड़ाई है. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा यह मलाई की लड़ाई है. एक पक्ष कोई ज्यादा खाएगा तो दूसरे को आपत्ति होगी. सैद्धांतिक कम लग रहा है, व्यक्तिगत ज्यादा लग रहा है.
- वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कोई ब्लैकमेलर बन रहा है, कोई रेत में लूट रहा है. कितने पावर सेंटर बने हुए हैं. कांग्रेस में जो होना है हो, मेरे प्रदेश को बर्बाद मत करो.