विज्ञापन
This Article is From Jan 01, 2019

तीन महिलाओं की मौत हो गई, कई घायल कराहते रहे और नर्सें मनाती रहीं नए साल का जश्न

मध्यप्रदेश के नीमच के जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर में स्वास्थ्य कर्मचारियों की घोर असंवेदनशीलता सामने आई

तीन महिलाओं की मौत हो गई, कई घायल कराहते रहे और नर्सें मनाती रहीं नए साल का जश्न
प्रतीकात्मक फोटो.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
ट्रैक्टर ट्राली पलटने से 3 महिलाओं की मौत हो गई, कई लोग घायल हुए
प्रशासन ने लापरवाही बरतने के मामले में दो नर्सों को सस्पेंड किया
मीडिया के टोकने पर खफा हुईं नर्सें ताला लगाकर चली गईं
भोपाल:

लगता है मध्यप्रदेश के कर्मचारियों को नई सरकार का भी खौफ नहीं है. इसी की बानगी नीमच के जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर में देखने को मिली.

ट्रैक्टर ट्राली पलटने से 3 महिलाओं की मौत और हादसे में करीब एक दर्जन से अधिक घायलों को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय रेफर किया गया. इसकी सूचना समस्त स्टाफ को पहले ही दी जा चुकी थी. स्टाफ को सचेत किया गया था कि मरीजों को तुरंत चिकित्सा उपलब्ध कराएं मगर कर्मचारियों की लापरवाही का आलम यह था कि एक तरफ हादसे में घायल लोग अस्पताल में आ रहे थे तो वहीं दूसरी ओर लोगों की जान की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाने वाली नर्सें अस्पताल के जनरल वार्ड के स्टोर रूम में नया साल मना कर रही थीं. जहां हादसे में घायल मरीज दर्द से कराह रहे थे वहीं दूसरी ओर नर्सें नए साल के जश्न में शोरगुल कर रही थीं. यह सब तब हो रहा था जब अस्पताल में जिला पंचायत सीईओ सहित आला अधिकारी मरीजों की देखभाल के लिए व्यवस्थाओं को देखने के लिए अस्पताल में मौजूद थे.

निपाह वायरस के मरीज का इलाज करने वाली नर्स की मौत, पति के लिए छोड़ा इमोशनल मैसेज

इस पूरे घटनाक्रम पर अस्पताल में मौजूद मीडिया की नजरें पड़ते ही कमरे के दरवाजे पर दस्तक दी मिडिया कर्मियों ने. दरवाजा खुलते ही नर्सें भड़क गईं. इसके बाद नर्सें दरवाजा लॉक करके वहां से चलती बनीं. मीडिया  के कहने पर  एडीएम  कमलेश भार्गव ने कर्मचारियों से चाबी मांगी तो चाबी देने में आनाकानी करते देख बाद में अधिकारियों की मौजूदगी में दरवाजे का ताला तोड़ा गया. ताला टूटते ही माजरा समझते किसी को देर नहीं लगी. वहां नए साल का जश्न मनाया जा रहा था.

झारखंड : रिम्स में जूनियर डॉक्टरों और नर्सों की हड़ताल के दौरान 14 मरीजों की मौत

सबसे शर्मिंदगी की बात यह है कि स्टाफ उस समय जश्न मना रहा था जिस समय तीन महिलाएं अपने जीवन की डोर तोड़ चुकी थीं. करीब दर्जनभर मरीज जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे थे. इतना ही नहीं अस्पताल के आसपास के क्षेत्र में हमेशा शांति बनाए रखने के लिए  कहा जाता है और स्लोगन लिखे जाते हैं. मगर यह सब कुछ अस्पताल में ही हो रहा था.

VIDEO : जानलेवा बीमारी से पीड़ित लोगों का इलाज करने वाली नर्स की मौैत

अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं और जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. अधिकारियों की मौजूदगी में मामले का पंचनामा बनाया गया. देर शाम को जांच के बाद कलेक्टर ने दो स्टाफ नर्सों को मामले की गंभीरता को देखते हुए लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: