मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मंदसौर जिले में बारिश ने भारी तबाही मचाई है. कई लोगों की मौत हुई. मवेशी मारे गये. लोग बेघर हो गये लेकिन इन सबके बीच बाढ़ग्रस्त इलाके में लोगों की तकलीफ बांटने गए जिले के प्रभारी मंत्री का असंवेदनशील बयान सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. बुधवार कोे प्रभारी मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा सीतामऊ और सुवासरा तहसीलों का दौरा कर रहे थे. इसी दौरान एक गांव में कुछ लोग उनसे अपनी दिक्कत बताते हुए कहने लगे कि गांव में तीन दिन से दूध की व्यवस्था नहीं हो पाई है, इस कारण कई बच्चों को दूध भी नहीं मिला है.
@OfficeOfKNath ये है आपके प्रभारी मंत्री की संवेदनशीलता, लोगों से कहा दूध देने नहीं मुआवजा देने आया हूं! @ChouhanShivraj @bhargav_gopal @BJP4MP @INCMP @rajneesh4n @shailendranrb @ndtvindia #AskKajal #ideachor #हिंदी_दिवस pic.twitter.com/fF7WLHaWoz
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) September 19, 2019
कराड़ा ने पूछा कि ऐसे में उन्हें क्या करना चाहिये तो लोगों ने सुझाव दिया कि वो दूध के पैकेट की व्यवस्था करवा सकते हैं. लेकिन कार में बैठते हुए मंत्री जी का जवाब आया कि वो इलाके में दूध बांटने नहीं बल्कि मुआवजा बांटने आए हैं. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ज़िले का दौरा कर लोगों को राहत नहीं मिलने की सूरत में आंदोलन की चेतावनी दे चुके हैं. उम्मीद है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ भी अगले कुछ दिनों में मंदसौर का दौरा करेंगे. प्रारंभिक आकलन के मुताबिक अबतक मंदसौर में बाढ़ और बारिश से 44 लोगों की मौत हुई है. जबकि 2,70,00 कच्चे मकान टूट गये, वहीं 60 फीसद तक फसल बर्बाद हो गई. (मंदसौर से मनीष के इनपुट के साथ)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं