लगातार बारिश से मध्यप्रदेश के कई इलाकों का संपर्क टूट गया है, फसलों को नुकसान पहुंचा है. सरकार के मुताबिक, अभी तक बारिश और बाढ़ से 32 लोगों की मौत हो चुकी है. मंदसौर के हैदरवास गांव में बाढ़ से प्रभावित डेढ़ सौ लोगों को राहत शिविर में पहुंचाया गया है. बाढ़ में 4 लोगों के बहने की खबर है, जिसमें एक शख्स के मौत की पुष्टि हो गई है 3 लोगों की तलाश जारी है. इलाके में प्रशासन ने 3 राहत शिविर बनाए हैं, जिसमें बाढ़ प्रभावितों को रखा गया है. प्रशासन के मुताबिक, लगभग 3000 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है और बाढ़ से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है ...
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वहीं, धार जिले में नर्मदा भी उफान पर है. सरदार सरोवर के गेट बंद होने से एक बार फिर लोगों में खौफ है. कल बाढ़ प्रभावितों ने गुस्से में आकर नेशनल हाइवे को जाम कर दिया था. 6 घंटे के प्रदर्शन और प्रशासन के मनाने के बाद आंदोलनकारियों ने जाम खोला. बाढ़ से हालात इस कदर खराब हो गए हैं कि बीति दिनों पांढुर्णा के बेलगांव में जाम नदी के उफान पर आने से प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला को खटिया पर डाल कर ग्रामीणों ने अस्पताल पहुंचाया था. रास्ते में पुल के ऊपर था 2 फीट पानी बह रहा था जिससे गांव में एंबुलेंस का पहुंचना मुश्किल था.
इससे पहले खबर आई थी कि सरदार सरोवर बांध में बैक वाटर बढ़ने से धार जिले के निसरपुर में बाढ़ का पानी घुसने लग गया था. जिसके कारण व्यापारी अपनी दुकानें खाली कर रहे थे. बैक वाटर का स्तर बढ़ने से निसरपुर के पास बहने वाली उरी और बाघनी नदी का पानी निसरपुर में घुस रहा था, जिससे निसरपुर डूबने की स्थिति में पहुंच गया था. इसी के चलते निसरपुर के व्यापारी अपनी दुकान खाली कर रहे थे तो वहीं कुछ स्थानीय लोग जब तक शासन की ओर से मिलने वाली प्रभावितों की सारी सुविधाएं नहीं मिल जाती तब तक खाली नहीं करने की बात कर रहे थे.
VIDEO: बाढ़ में जान से खिलवाड़
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