मध्य प्रदेश सरकार (MP Government) ने अपने चुनावी वादे के तहत राज्य में किसानों का कर्ज माफ ( Farmers Loan waiver) करना शुरू कर दिया है. बुधवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ (CM Kamal Nath) ने एक कार्यक्रम से इसकी औपचारिक शुरुआत की. इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कर्ज माफी को लेकर उठ रहे सवालों का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा (CM Kamal Nath) कि कर्जमाफी ( Farmers Loan waiver) कैसे की जाएगी और इसके लिए पैसे कहां से आएंगे इसका इंतजाम पांच महीने पहले से ही शुरू कर दिया गया था. मध्य प्रदेश सरकार (MP Government) ने किसानों के ऋण माफी योजना का नाम जय किसान ऋण मुक्ति योजना रखा है. इस योजना के तहत राज्य में 26 बैंकों की साढ़े सात हजार ब्रांच किसानों की कर्जमाफी में जुटे हैं. सरकार (MP Government) का कहना है योजना से 55 लाख किसानों को फायदा मिलेगा. सरकार उनके 55 हजार करोड़ रुपये का कर्जा माफ होगा. इस मौके पर 12 किसानों को कर्जमाफी का सर्टिफिकेट भी दिया गया. कर्जमाफी को लेकर आयोजित कार्यक्रम में आए उधम सिंह पर ढाई लाख का कर्ज़ था.
यह भी पढ़ें: मध्यप्रदेश सरकार ने कर्जमाफी के लिए किसानों से मांगे आवेदन
उन्होंने कहा 2 लाख रुपये का कर्जमाफी प्रमाणपत्र मिल गया है. सिंह ने बताया कि कर्ज माफी से उन्हें यह फायदा हुआ कि अब मैं खाद बीज ले सकूंगा जो फसल आएगी उससे साहूकार का कर्ज चुका पाऊंगा. वहीं मान सिंह पटेल ने कहा 5 लाख का कर्जा है 2 लाख कम होंगे 3 लाख बचेंगे, इससे मैं बहुत खुश हूं. हालांकि अनुपूरक बजट में कर्जमाफी के लिये 5000 करोड़ का प्रावधान है, जबकि योजना के लिये 55,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम चाहिए.मध्यप्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद के मुकाबले उसका सकल मौद्रिक घाटा 3.3% के आसपास है.
यह भी पढ़ें: किसानों की क़र्ज़ माफ़ी पर हंगामा, बैंकों को एक लाख करोड़ पर चुप्पी क्यों?
एफआरबीएम के नियमों की सीमा से 0.2% ज्यादा है. मोटा-मोटी गणित के हिसाब से सरकार और 7000 करोड़ का कर्ज जुगाड़ सकती है वो भी तब जब 2018-19 में राज्य पर कर्ज़ा 1,87,636 करोड़ का है जिसके लिये 12,867 करोड़ ब्याज चुकाना होता है. ऐसे में विपक्ष कह रहा है कर्जमाफी ढकोसला है. पूर्व सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा आपने कहा सबका कर्ज माफ करेंगे आंकड़ा आता है 56,000 करोड़ आपने अनुपूरक बजट में 5000 करोड़ का प्रावधान रखा, अभी सरकार ने कहा 1000 करोड़ का कर्ज लेंगे ये तो 6000 करोड़ होता है ये साफ बताता है कि कर्ज़माफी ढकोसला है.
यह भी पढ़ें: मध्यप्रदेश में कर्ज माफी की योजना के दायरे में नहीं आने के कारण किसान ने की आत्महत्या
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पाला प्रभावित फसलों का जायजा लेने 2 दिनों के लिये राज्य के दौरे पर हैं. ढाढस बंधा रहे हैं कि वो उनके साथ खड़े हैं. राजगढ़ ज़िले में उन्होंने कहा पाले से फसलें खराब हुई मैं देखने जा रहा हूं अभी तक कोई देखने नहीं गया, ये नहीं होने दूंगा लड़ लड़के राहत दिलाऊंगा. लोकसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने कर्जमाफी कर दी, अब वो 41 दिन पूरे राज्य में किसान विजय रथ यात्रा निकालेगी, विपक्ष सवाल कर्जमाफी के फॉर्म पर भी उठा रहा है जिसमें मुख्यमंत्री की तस्वीर है. हालांकि वो ये भूल गया है कि उसके शासन के वक्त ये तस्वीर सिर्फ फॉर्म में ही नहीं, विज्ञापनों के जरिये जनता के पैसे से हर जगह छाई रहती थी.
VIDEO: कर्जमाफी को लेकर पूछे जा रहे हैं सवाल.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं