प्रतीकात्मक फोटो.
इंदौर:
स्थानीय कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के खुले बाड़े से बाघिन के बाहर निकलकर दर्शकों के बीच पहुंचने के खौफनाक वाकये से सबक लेते हुए चिड़ियाघर प्रशासन इस बाड़े में सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने जा रहा है.
चिड़ियाघर प्रभारी उत्तम यादव ने आज ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘चिड़ियाघर की बाघिन जमुना कल देर शाम एक दर्शक द्वारा खुले बाड़े के भीतर गुब्बारा फेंकने से भड़की थी. वह बाड़े की चहारदीवारी पर लगी लोहे की जाली को कई प्रयासों के बाद तोड़कर बाहर निकल आई थी. हम लोहे की चादर लगाकर इस चहारदीवारी की ऊंचाई बढ़ाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो.’ उन्होंने कहा, ‘बाघिन को लोहे की जाली पर अपने पंजों की पकड़ बनाकर बाड़े की चहारदीवारी लांघने में मदद मिली थी. लोहे की चादर लगाए जाने के बाद वह इस पर पकड़ नहीं बना सकेगी.’
यादव ने बताया कि 15 महीने की बाघिन को कल रात से एहतियात के तौर पर पिंजरे में बंद कर रखा गया है और खुले बाड़े में नहीं छोड़ा गया है. जब तक चहारदीवारी की उंचाई बढ़ाने का काम पूरा नहीं हो जाता, उसे पिंजरे में ही बंद रखा जाएगा.
चिड़ियाघर की बाघिन कल देर शाम बाड़े से बाहर निकलकर लापता हो गई थी, जिससे सैकड़ों दर्शकों में हड़कम्प मच गया था. हालांकि, बाघिन ने किसी दर्शक को नुकसान नहीं पहुंचाया था. उसे डेढ़ घंटे के भीतर खोजकर उसके पिंजरे में पहुंचा दिया गया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चिड़ियाघर प्रभारी उत्तम यादव ने आज ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘चिड़ियाघर की बाघिन जमुना कल देर शाम एक दर्शक द्वारा खुले बाड़े के भीतर गुब्बारा फेंकने से भड़की थी. वह बाड़े की चहारदीवारी पर लगी लोहे की जाली को कई प्रयासों के बाद तोड़कर बाहर निकल आई थी. हम लोहे की चादर लगाकर इस चहारदीवारी की ऊंचाई बढ़ाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो.’ उन्होंने कहा, ‘बाघिन को लोहे की जाली पर अपने पंजों की पकड़ बनाकर बाड़े की चहारदीवारी लांघने में मदद मिली थी. लोहे की चादर लगाए जाने के बाद वह इस पर पकड़ नहीं बना सकेगी.’
यादव ने बताया कि 15 महीने की बाघिन को कल रात से एहतियात के तौर पर पिंजरे में बंद कर रखा गया है और खुले बाड़े में नहीं छोड़ा गया है. जब तक चहारदीवारी की उंचाई बढ़ाने का काम पूरा नहीं हो जाता, उसे पिंजरे में ही बंद रखा जाएगा.
चिड़ियाघर की बाघिन कल देर शाम बाड़े से बाहर निकलकर लापता हो गई थी, जिससे सैकड़ों दर्शकों में हड़कम्प मच गया था. हालांकि, बाघिन ने किसी दर्शक को नुकसान नहीं पहुंचाया था. उसे डेढ़ घंटे के भीतर खोजकर उसके पिंजरे में पहुंचा दिया गया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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