विज्ञापन
This Article is From Jun 21, 2020

शिवराज सरकार ने गेहूं खरीद में किया है रिकॉर्ड बनाने का दावा, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से सड़ गया सैकड़ों क्विंटल गेहूं

मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh) ने कोरोना काल में किसानों से गेहूं खरीदने का रिकॉर्ड बनाने का दावा किया है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते सैकड़ों क्विंटल गेहूं बारिश के पानी की वजह से बर्बाद हो गया.

शिवराज सरकार ने गेहूं खरीद में किया है रिकॉर्ड बनाने का दावा, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से सड़ गया सैकड़ों क्विंटल गेहूं
बारिश के पानी से सैकड़ों क्विंटल गेहूं बर्बाद हो गया.
छिंदवाड़ा:

मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh) ने कोरोना काल में किसानों से गेहूं खरीदने का रिकॉर्ड बनाने का दावा किया है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते सैकड़ों क्विंटल गेहूं बारिश के पानी की वजह से बर्बाद हो गया. कई जिलों में यह नजारा देखने को मिला. ये तस्वीरें छिंदवाड़ा के खमरा सेवा सहकारी समिति की हैं, जहां पर किसानों से गेहूं खरीदी की गई लेकिन समय पर परिवहन नहीं हो पाया और बारिश के चलते कई क्विंटल खुले में रखा होने के कारण सड़ गया.

जैसे ही मीडिया के कैमरे वहां पहुंचे आनन-फानन में समिति प्रबंधक ने गेहूं को एक जगह से दूसरे शेड में शिफ्ट कराया और बोरे भी बदले लेकिन तस्वीरें देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से सरकारी पैसों की बंदरबांट की जाती है.

सैकड़ों क्विंटल गेहूं बोरी में रखे-रखे सड़ गया. अब आलम ये है कि जिस शेड में गेहूं रखा गया है, उसके आसपास रहने वाले ग्रामीणों को गेहूं की बदबू परेशान कर रही है. हालांकि इस मामले में जब मीडिया ने कलेक्टर से बात करनी चाही तो कलेक्टर ने पल्ला झाड़ते हुए जिले में गेहूं खराब होने की बात से ही इंकार कर दिया.

VIDEO: मध्य प्रदेश : किसानों को बारिश से हो रहा नुकसान

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com