मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान. (फाइल फोटो)
भोपाल:
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस द्वारा मनचलों और गुंडों का जूलूस निकालने व उठक-बैठक लगवाए जाने को जायज ठहराते हुए कहा है कि गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता. राजधानी भोपाल में पुलिस द्वारा महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण के लिए शुक्रवार सुबह को आयोजित 'वॉक-ए-कॉज' कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महिला अपराध में राज्य सरकार जीरो टॉलरेंस रखती है. पुलिस को अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के सभी अधिकार हैं.
उन्होंने मानवाधिकार के समर्थकों पर हमला बोलते हुए कहा कि गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता, कथित मानवाधिकार के पक्षधर भी इस बात को जान लें. महिला सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. बेटियों से जगह-जगह छेड़छाड़ करें और उनका घर से निकलना मुश्किल कर दें, ऐसे गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता.
'वॉक-ए-कॉज' कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला, पुलिस महानिरीक्षक जयदीप प्रसाद सहित बड़ी संख्या में महिलाओं, युवतियों और बालिकाओं ने भी हिस्सा लिया. राजधानी के वीआईपी रोड पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने किन्नर भी पहुंचे और पुलिस की पहल को जायज ठहराया.
उन्होंने मानवाधिकार के समर्थकों पर हमला बोलते हुए कहा कि गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता, कथित मानवाधिकार के पक्षधर भी इस बात को जान लें. महिला सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. बेटियों से जगह-जगह छेड़छाड़ करें और उनका घर से निकलना मुश्किल कर दें, ऐसे गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता.
'वॉक-ए-कॉज' कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला, पुलिस महानिरीक्षक जयदीप प्रसाद सहित बड़ी संख्या में महिलाओं, युवतियों और बालिकाओं ने भी हिस्सा लिया. राजधानी के वीआईपी रोड पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने किन्नर भी पहुंचे और पुलिस की पहल को जायज ठहराया.
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