
मध्य प्रदेश में किसानों की आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है (प्रतीकात्मक चित्र)
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मध्य प्रदेश में पिछले 8 दिनों में 12 किसान आत्महत्या कर चुके हैं
कर्ज से परेशान होकर किसान मौत को गले लगा रहे हैं
मुख्यमंत्री की गृह जनपद सीहोर में 4 किसान आत्महत्या कर चुके हैं
परिजनों के मुताबिक, बंशीलाल के पास नौ एकड़ जमीन है, और उस पर बैंक और सूदखोर का नौ लाख रुपये से ज्यादा कर्ज था. उसी के चलते बंशीलाल ने आत्महत्या की है.
पुलिस के कहा कि बंशीलाल ने आत्महत्या की है, मगर कारण क्या है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है. जहां तक कर्ज से परेशान होने की बात है तो वह जांच के बाद ही पता चलेगा.
बता दें कि राज्य में बीते आठ दिनों के दौरान 12 किसानों ने आत्महत्या कर ली है. इनमें से चार आत्महत्या मुख्यमंत्री चौहान के गृह जनपद सीहोर में हुई है. इसके पहले सीहोर के जजना गांव में पांच लाख रुपये के कर्जदार दुलीचंद्र, नसरुल्लागंज के लाचौर गांव के डेढ़ एकड़ भूमि के मालिक मुकेश यादव (23), सिद्दीकीगंज थाना क्षेत्र के बापचा गांव के 75 वर्षीय बुजुर्ग किसान खाजू खां ने आत्महत्या कर ली थी।
ज्ञात हो कि राज्य में किसानों ने कर्ज माफी और उपज के उचित मूल्य देने की मांग को लेकर एक से 10 जून तक आंदोलन किया. इस दौरान मंदसौर में छह जून को पुलिस गोलीबारी में छह किसानों की मौत हो गई. आंदोलन के बाद से किसानों में आत्महत्या का दौर चल पड़ा है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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