विज्ञापन
This Article is From Jul 03, 2023

दमोह : विधायक रामबाई सिंह बनीं छात्रा, 12वीं की दी परीक्षा, कहा- पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती है

पढ़ने की ललक को जाहिर करते हुए रामबाई कहती हैं कि बचपन मे स्कूल जाती थी लेकिन पांचवी के बाद गांव में स्कूल नही था, लिहाजा वो आगे नही पढ़ पाई और अब जब विधायक बन गई तो उनकी बेटी ने उन्हें आगे पढ़ने के लिए प्रेरित किया.

दमोह : विधायक रामबाई सिंह बनीं छात्रा, 12वीं की दी परीक्षा, कहा- पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती है

मध्य प्रदेश के दमोह जिले के पथरिया विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी की चर्चित और दबंग विधायक रामबाई सिंह परिहार 12वीं की परीक्षा दे रही हैं. 12वीं के बाद वो आगे भी पढ़ना चाहती हैं. उनका कहना है कि बचपन में वो पढ़ नहीं पाई थी, उस समय आस-पास में कोई स्कूल नहीं था, ऐसे में उनके मन में कसक थी. अब विधायक बनने के बाद आगे की पढ़ाई जारी रखना चाहती हैं. 12वीं की परीक्षा देकर अपना सपना पूरा कर रही हैं. दमोह के जे.पी.बी. स्कूल में बने राज्य ओपन बोर्ड के परीक्षा केंद्र में परीक्षा दे रही हैं.  पिछले साल दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने इस साल बारहवीं का एग्जाम देने का निर्णय लिया था.

हालांकि विधायक साहिबा के जलवे कम नहीं है. परीक्षा हॉल में उनके साथ बाकायदा उनका स्टाफ और सुरक्षाकर्मी साथ जाते हैं, जब तक विधायक परीक्षा देती हैं तब तक उनका गन मैन हाल के बाहर ड्यूटी निभाता है. इस बार रामबाई को एक पर्चे को कुछ महीनों बाद देना होगा, बीते 14 जून का पेपर छूट गया और उसका कारण था की रामबाई मुंबई में विधायकों के एक सेमिनार में शामिल होने चली गई थी.

पढ़ने की ललक को जाहिर करते हुए रामबाई कहती हैं कि बचपन मे स्कूल जाती थी लेकिन पांचवी के बाद गांव में स्कूल नही था, लिहाजा वो आगे नही पढ़ पाई और अब जब विधायक बन गई तो उनकी बेटी ने उन्हें आगे पढ़ने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने बताया कि पढ़ने की कोई उम्र नही है और पढे़- लिखे लोग समाज मे बेहतर काम कर सकते हैं और जो लोग पढ़ने से वंचित रह गए है उन्हें भी आगे आना चाहिए.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com