मध्यप्रदेश में पन्ना ज़िले के अजयगढ़ में तैनात एसडीएम आरूषि जैन ने एक कांग्रेस नेता पर अवैध खनन मामले में कार्रवाई करने पर धमकाने और जान से मारने का प्रयास करने आरोप लगाया है. एसडीएम आरूषि ने कहा कि अवैध रेत खनन में शामिल रेत माफिया ने उन्हें ना सिर्फ डंपर से कुचलने की कोशिश की बल्कि जबरन उनके कब्जे से गाड़ी छुड़ाकर ले गये. ज़िला कलेक्टर को लिखे पत्र में इस बात की शिकायत की है. एसडीएम ने पत्र में कांग्रेस नेता और जनपद अध्यक्ष भरत मिलन पांडे पर उनके कब्जे से जबरन डंपर ले जाने और धमकाने का आरोप लगाया है. पत्र में आरूषि ने लिखा कि गुरुवार को सुबह करीब साढ़े 11 बजे वो किसी सरकारी काम से माधौगंज से करतल रोड पर अपने वाहन से जा रही थीं. माधौगंज और पेट्रोल पंप के पहले उनके वाहन को रेत से भरा डंपर क्रॉस करते हुए निकला. एसडीएम ने उसे रोकना चाहा लेकिन वह नहीं रूका. उन्होंने अपनी गाड़ी को डंपर के पीछे लगा दिया और माधौगंज वन बैरियर पर उन्होंने अपना वाहन डंपर के आगे लगा कर उसे रोकने का प्रयास किया तो ड्राइवर ने एसडीएम के वाहन को टक्कर मारने की कोशिश की.
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हांलाकि एसडीएम के ड्राइवर ने गाड़ी आगे बढ़ाकर बचाव कर लिया और सिपाहियों ने डंपर ड्राइवर को काबू में किया. उसी समय एक मोटर साइकिल पर सवार 2 व्यक्ति आए और डंपर ड्राइवर को एक कागज थमाया. करीब 1 मिनट बाद ही अजयगढ़ जनपद अध्यक्ष भरत मिलन पांडे आये जबरन डंपर ले गये और अपने घर के पास के कैंपस में ले जाकर डंपर को खाली करा दिया.
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इस मामले में आरुषि ने अपने पत्र में डीएसपी स्तर के अधिकारी इसरार मंसूरी पर भी अभ्रदता का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इसरार मंसूरी ने उनके आदेशों कीा पालन नहीं किया और गैर जिम्मेदाराना बात की. हांलाकि पुलिस ने देर शाम आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 353 और 186 के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
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