छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ व्यक्ति एक गर्भवती महिला (Pregnant woman) को एक टोकरी की पालकी बनाकर नदी पार करते दिखाई दे रहे हैं. समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा ये वीडियो सरगुजा जिले के कदनई गांव का बताया जा रहा है. यहां अस्पताल तक जाने के लिए सड़क नहीं है, इसलिए गांव में एंबुलेंस भी नहीं आ सकती है. इस गांव की एक गर्भवती महिला को जब अस्पताल पहुंचाने का समय आया तो गांव के लोगों ने एक डंडे पर टोकरी बांधकर उसपर महिला को बैठा दिया और कांधे पर उसे लादकर चलने लगे. इन लोगों ने इस महिला को नदी के रास्ते ले जाकर अस्पताल तक पहुंचाया.
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे दो व्यक्ति डंडे पर टोकरी के सहारे बनाई इस जुगाड़ू पालकी के जरिए गर्भवती महिला को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. वीडियो दो और व्यक्ति साथ में चलते दिख रहे हैं ताकि लंबे सफर पर एक-एक कर भार कांधे पर लिए आगे बढ़ा जा सके.
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इस वीडियो में दिख रहा है कि ये लोग गर्भवती महिला को ऐसी ही नदी भी पार करा रहे हैं. नदी के पार कुछ और लोग खड़े दिख रहे हैं जो इनकी मदद के लिए वहां मौजूद हैं. बाद में महिला को पास के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
#WATCH: A pregnant woman from Kadnai village of Surguja was carried on a makeshift basket through a river, as ambulance couldn't reach the village due to lack of proper road connectivity. The woman was later taken to the nearby govt hospital. #Chhattisgarh (1/8) pic.twitter.com/eenlZaWLOJ
— ANI (@ANI) August 1, 2020
आपको बता दें कि पिछले महीने भी छत्तीसगढ़ से कुछ ऐसी ही तस्वीर सामने आई थी. राज्य के बीजापुर जिले में एक गर्भवती महिला (Pregnant woman) की बड़े बर्तन में बैठकर नदी पार करने की तस्वीर सामने आई थी.
Chhattisgarh: Pregnant woman crossed river in a utensil, with her family's help in Bijapur's Gorla, to go to hospital 15 km away on the other side on 14th July. Family did this in absence of road/bridge. Woman later gave birth to stillborn child, family alleges medical negligence pic.twitter.com/UG06E8PWXc
— ANI (@ANI) July 23, 2020
सड़क मार्ग और पुल न होने के कारण इस महिला के परिवार को ऐसा करने पर मजबूर होना पड़ा. इस गर्भवती महिला ने 14 जुलाई को करीब 15 किमी दूर अस्पताल जाने के लिए गोरला में अपने परिवार की मदद से बर्तन में बैठकर नदी को पार किया. इस महिला ने बाद में बच्चे को जन्म दिया.
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