
मध्य प्रदेश के मुरैना में सरसों तेल के किंग कहे जाने वाले केएस ग्रुप के दफ्तर पर सीबीआई की चार टीमों ने शनिवार को छापा मारा. एजेंसी ने केएस ग्रुप के एमडी रमेशचंद्र गर्ग और कंपनी डायरेक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर शनिवार को एक साथ मुरैना स्थित 3 ठिकानों और कंपनी के दिल्ली दफ्तर पर एक साथ छापेमारी की,कार्रवाई सुबह 7.30 बजे से शुरू हुई जो शाम 6.30 बजे तक चली.
केएस ग्रुप को एसबीआई, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, आईडीबीआई, पंजाब नेशनल बैंक सहित कुछ और वित्तीय संस्थानों के करीब 3200 करोड़ रु. का लोन चुकाना था, लेकिन कारोबार पूरी तरह से ठप होने की वजह से कंपनी की वित्तीय स्थिति लगातार बिगड़ती गई.
सीबीआई इस बात की जांच कर रही है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से लिए गए लोन की रकम को केएस ग्रुप में अपने ऑइल्स इंडस्ट्रीज कारोबार में लगाया या इसका बेजा इस्तेमाल किया या फिर कंपनी को वाकई कारोबार में घाटा हो गया.
A CBI team on Saturday multiple locations in Morena, MP in connection with a bank fraud case. They registered an FIR against the directors of K S Oils Ltd in an alleged Rs 938 crore bank loan scam. Searches were conducted in Morena and Delhi. pic.twitter.com/n5V27q5Svu
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) August 23, 2020
सीबीआई ने देर शाम तक कंपनी के चैयरमैन रमेशचंद्र गर्ग, डायरेक्टर सौरभ गर्ग से जानकारी ली. हालांकि कंपनी के एडवोकेट संदीप शर्मा को कार्यालय में जाने से रोक दिया.
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सीबीआई ने आधिकारिक बयान में बताया कि ”आरोप है कि फॉरेंसिंक ऑडिट से पता लगा है कि कर्ज के लिए आवेदन करते समय कंपनी की वित्तीय स्थिति में हेरफेर कर दर्शाया गया. यह भी आरोप है कि धोखाधड़ी कर ऋण की राशि का दुरुपयोग किया गया.
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