मध्यप्रदेश में बीजेपी पर कांग्रेस ने लगाया नियमों के उल्लघंन का आरोप
भोपाल:
नए मतदाताओं को रिझाने के लिए भाजपा ने प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर 'युवा टाउन हॉल' का आयोजन किया. कार्यक्रम भोपाल में रवीन्द्र भवन में आयोजित हुआ. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नए मतदाताओं से सीधे संवाद किया. लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि पहले तो यहां भीड़ बढ़ाने के लिए स्कूली बच्चों को लाया गया. बाद में कार्यक्रम में पहुंचे बच्चों और युवाओं को खाने के पैकेट फेंक कर दिए. कांग्रेस ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करने का फैसला किया है. हालांकि यह कार्यक्रम अपनी शुरुआत के बाद से ही विवाद में घिरता दिख रहा है. इसे लेकर अब कांग्रेस चुनाव आयोग में शिकायत की तैयारी में है. दरअसल, भोपाल में रविवार को आयोजित ‘नव मतदाता टाउनहॉल' कार्यक्रम में नाबालिग स्कूली बच्चों के यूनिफॉर्म में पहुंचने पर विवाद शुरू हो गया है.
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इस कार्यक्रम को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित किया.यहां रविन्द्र भवन परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के यूनिफॉर्म में आने पर कांग्रेस ने आपत्ति उठाई है और इसकी शिकायत सोमवार को निर्वाचन आयोग से करने के लिए कहा है. टीवी न्यूज चैनलों पर बड़ी तादाद में स्कूली छात्रों के यूनिफॉर्म में इस कार्यक्रम में शामिल होने के फुटेज दिखाये जाने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने इस पर आपत्ति उठाते हुए कहा कि भाजपा चुनावी फायदे के लिए सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग कर रही है. हम आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए सोमवार सुबह चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करेंगे. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में बड़ी तादाद में स्कूली बच्चे मौजूद थे. इसका मतलब है कि भाजपा के पास युवा कार्यकर्ता एवं समर्थक नहीं हैं, जो इस कार्यक्रम में उपस्थित हो सकें.
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गुप्ता ने कहा कि यह बताता है कि भाजपा ने अपना जनाधार खो दिया है. उनके पास रविन्द्र भवन जैसी छोटी सी जगह को भरने के लिए कार्यकर्ता नहीं हैं. भाजपा के पास अब केवल कुछेक हजार लोग ही बचे हैं. वहीं, दूसरी ओर मध्यप्रदेश भाजयुमो के अध्यक्ष अभिलाष पांडे ने दावा किया कि इस कार्यक्रम के लिए स्कूली छात्रों को आमंत्रित नहीं किया गया था. पांडे ने कहा कि इस कार्यक्रम में 10,000 लोग थे. हो सकता है कि वे (स्कूली छात्र-छात्राएं) किसी के साथ आये हों. हमने उन्हें नहीं बुलाया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हतोत्साहित होकर यह आरोप लगा रही है. हालांकि, एक टीवी चैनल पर बातचीत करती हुए एक छात्रा ने कहा कि शिक्षकों के कहने पर वह अपनी सहपाठियों के साथ इस कार्यक्रम में आई है. छात्रा ने कहा कि मेरी उम्र वोट देने लायक अभी नहीं हुई है. लेकिन शिक्षकों ने हमें बताया कि इस कार्यक्रम में जाओ और लेक्चर सुनो कि वोट कैसे दिया जाता है.
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नाबालिगों के कार्यक्रम स्थल पर आने के बाद हुए विवाद के चलते इन छात्र-छात्राओं को वहां से जाने को कहा गया, जिसके बाद वे वहां से चले गये. भाजपा ने मुख्यमंत्री के इस भाषण का सीधा प्रसारण किया तथा प्रदेश की सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में एक साथ एक समय 'नव मतदाता टाउन हॉल' में भी इसी तरह का आयोजन कर इसे नये मतदाताओं को दिखाया. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री चौहान ने वर्ष 1993 से वर्ष 2003 के बीच 10 साल वाली दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेसनीत सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उस समय प्रदेश में सड़क, बिजली एवं सिंचाई की हालत खस्ता थी. अब हमने इस ठीक कर दिया है. (इनपुट भाषा से)
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इस कार्यक्रम को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित किया.यहां रविन्द्र भवन परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के यूनिफॉर्म में आने पर कांग्रेस ने आपत्ति उठाई है और इसकी शिकायत सोमवार को निर्वाचन आयोग से करने के लिए कहा है. टीवी न्यूज चैनलों पर बड़ी तादाद में स्कूली छात्रों के यूनिफॉर्म में इस कार्यक्रम में शामिल होने के फुटेज दिखाये जाने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने इस पर आपत्ति उठाते हुए कहा कि भाजपा चुनावी फायदे के लिए सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग कर रही है. हम आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए सोमवार सुबह चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करेंगे. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में बड़ी तादाद में स्कूली बच्चे मौजूद थे. इसका मतलब है कि भाजपा के पास युवा कार्यकर्ता एवं समर्थक नहीं हैं, जो इस कार्यक्रम में उपस्थित हो सकें.
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गुप्ता ने कहा कि यह बताता है कि भाजपा ने अपना जनाधार खो दिया है. उनके पास रविन्द्र भवन जैसी छोटी सी जगह को भरने के लिए कार्यकर्ता नहीं हैं. भाजपा के पास अब केवल कुछेक हजार लोग ही बचे हैं. वहीं, दूसरी ओर मध्यप्रदेश भाजयुमो के अध्यक्ष अभिलाष पांडे ने दावा किया कि इस कार्यक्रम के लिए स्कूली छात्रों को आमंत्रित नहीं किया गया था. पांडे ने कहा कि इस कार्यक्रम में 10,000 लोग थे. हो सकता है कि वे (स्कूली छात्र-छात्राएं) किसी के साथ आये हों. हमने उन्हें नहीं बुलाया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हतोत्साहित होकर यह आरोप लगा रही है. हालांकि, एक टीवी चैनल पर बातचीत करती हुए एक छात्रा ने कहा कि शिक्षकों के कहने पर वह अपनी सहपाठियों के साथ इस कार्यक्रम में आई है. छात्रा ने कहा कि मेरी उम्र वोट देने लायक अभी नहीं हुई है. लेकिन शिक्षकों ने हमें बताया कि इस कार्यक्रम में जाओ और लेक्चर सुनो कि वोट कैसे दिया जाता है.
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नाबालिगों के कार्यक्रम स्थल पर आने के बाद हुए विवाद के चलते इन छात्र-छात्राओं को वहां से जाने को कहा गया, जिसके बाद वे वहां से चले गये. भाजपा ने मुख्यमंत्री के इस भाषण का सीधा प्रसारण किया तथा प्रदेश की सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में एक साथ एक समय 'नव मतदाता टाउन हॉल' में भी इसी तरह का आयोजन कर इसे नये मतदाताओं को दिखाया. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री चौहान ने वर्ष 1993 से वर्ष 2003 के बीच 10 साल वाली दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेसनीत सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उस समय प्रदेश में सड़क, बिजली एवं सिंचाई की हालत खस्ता थी. अब हमने इस ठीक कर दिया है. (इनपुट भाषा से)
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