
- सांगली के तंदूरवाड़ी में 35 वर्षीय ठेकेदार हर्षल पाटिल ने मानसिक परेशानी के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या की
- जल जीवन मिशन योजना के काम के बाद भी हर्षल पाटिल को सरकार से एक करोड़ चालीस लाख रुपये बकाया थे
- ठेकेदार संघ के अध्यक्ष ने कहा कि हर्षल साहूकारों से लिए गए कर्ज नहीं चुका पाने के कारण आत्महत्या कर गया
सांगली में वालवा तालुका के तंदूरवाड़ी में 35 वर्षीय हर्षल पाटिल नामक एक ठेकेदार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है की जल जीवन मिशन योजना का काम पूरा करने के एक साल बाद भी उसे पैसे नहीं मिले थे, इसलिए उसने खुदकुशी की. सरकार पर उसका 1 करोड़ 40 लाख रुपये बकाया था.
समय पर बिल की रकम न मिलने से मानसिक परेशानी के चलते उसने अपने ही खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. ठेकेदार संघ के अध्यक्ष मिलिंद भोसले ने आरोप लगाया कि उसने इसलिए आत्महत्या की क्योंकि वह साहूकारों से लिए गए पैसे नहीं चुका पा रहा था.
कुराल पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक विक्रम पाटिल ने बताया कि मामले की आगे की जांच की जा रही है. आत्महत्या का सही कारण अभी स्पष्ट नहीं है, जांच जारी है. हाल ही में खबर बड़ी हुई थी महाराष्ट्र में ठेकेदारों का करीब 90 हजार करोड़ रुपये का बिल पेंडिंग है. इस बीच कई बार सवाल उठते रहे हैं कि क्या सरकार कि तिजोरी खाली है?
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(अगर आपको सहारे की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे शख्स को जानते हैं, जिसे मदद की दरकार है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के पास जाएं) |
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