इंडियन नेवी ने सोमवार को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की एक प्रतिमा ढहने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं, जिसका अनावरण पिछले साल नौसेना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था. इंडियन नेवी ने देर रात जारी एक बयान में कहा कि उसने 'दुर्भाग्यपूर्ण घटना' के कारणों की तुरंत जांच और जल्द से जल्द प्रतिमा की मरम्मत व पुनर्स्थापना के लिए कदम उठाने की खातिर एक टीम तैनात की है.
मूर्ति के ढहने पर नेवी ने क्या कहा
सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार दोपहर करीब एक बजे ढह गई. बयान में कहा गया है, “इंडियन नेवी सिंधुदुर्ग के निवासियों को 4 दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस पर समर्पित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा की क्षति पर गहरी चिंता व्यक्त करती है.” बयान में कहा गया है, “नेवी ने राज्य सरकार और संबंधित विशेषज्ञों के साथ, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारण की तत्काल जांच करने और जल्द से जल्द प्रतिमा की मरम्मत और पुनर्स्थापना के लिए कदम उठाने की खातिर एक टीम तैनात की है.”
सीएम शिंदे ने बताई मूर्ति के ढहने की वजह
मूर्ति के गिरने से राज्य सरकार को आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है, इसलिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संरचना के पुनर्निर्माण कराने की बात कही. उन्होंने कहा कि मूर्ति का डिजाइन और निर्माण इंडियन नेवी द्वारा किया गया था. उन्होंने कहा, "हवा 45 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बह रही थी, जिसके कारण मूर्ति गिर गई. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मूर्ति गिर गई, जबकि इसे नौसेना द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया था."
उन्होंने कहा, "हमारे संरक्षक मंत्री (रवींद्र चव्हाण) स्थिति का आकलन करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे हैं, और हम इस मूर्ति को और भी मजबूत बनाएंगे. नेवी के अधिकारी भी पुनर्निर्माण प्रयासों में भाग लेंगे."
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं