- पिंपरी चिंचवड पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट के नाम वरिष्ठ नागरिकों को ठगने वाले अंतर-राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया
- इस गिरोह ने ब्लू डार्ट कंपनी के अधिकारी और मुंबई पुलिस बनकर 2 करोड़ 80 लाख रुपये से अधिक की ठगी की
- पुलिस ने तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और मुंबई से छह संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया है
पुणे की पिंपरी चिंचवड साइबर पुलिस ने 'डिजिटल अरेस्ट' के नाम पर वरिष्ठ नागरिकों को ब्लू डार्ट कंपनी का अधिकारी और मुंबई पुलिस बनाकर ठगी करने वाले एक अंतर-राज्यीय साइबर गिरोह का पर्दाफाश किया है. अभी तक इसमें 2 करोड़ 80 लाख रुपये की ठगी अभी सामने आई है.
इस गिरोह के छह संदिग्ध आरोपियों को देश के विभिन्न राज्यों से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने मामले में तेलंगाना, कर्नाटक और केरल से गिरफ्तारियां की हैं. पिंपरी चिंचवड साइबर पुलिस ने इस अपराध के आरोपियों का पता लगाने के लिए तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और मुंबई में हजारों किलोमीटर का सफर तय किया और छह संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लिया.
गिरफ्तार संदिग्ध आरोपियों के नाम:
* मोहम्मद आमेर अखिल मोहम्मद आरिफ
* जिगर जितेश पटेल
* अजिथ विजयन
* सचिन पी प्रकाश
* मोहम्मद रिहान मोहम्मद तजमूल
* सैयद ओवेज़ अफनान सैयद शौकत
देश भर में 31 शिकायतें, 7 करोड़ 86 लाख का लेनदेन!
पुलिस की प्राथमिक जांच के अनुसार, गिरफ्तार किए गए इन संदिग्ध आरोपियों के नाम पर देशभर में 31 ठगी की शिकायतें दर्ज हैं. इसके अलावा, उनके बैंक खातों से 7 करोड़ 86 लाख रुपये से अधिक का लेनदेन हुआ है, जिससे इस गिरोह के व्यापक आपराधिक नेटवर्क का पता चलता है. साइबर पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से 'डिजिटल अरेस्ट' के नाम पर हो रही धोखाधड़ी पर बड़ा ब्रेक लगा है. पिंपरी चिंचवड साइबर पुलिस इस संबंध में आगे की जांच कर रही है.
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