मुंबई पुलिस का आरोपी हत्यारा कांस्टेबल मुश्ताक.
मुंबई:
मुंबई पुलिस के एक सिपाही पर व्यापारी की हत्या का आरोप लगा है. काशिमिरा मीरा पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी पुलिसकर्मी मुस्ताक मुलानी और उसके भाई मुनीर मुलानी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पुलिस सिपाही मुस्ताक मुलानी मुंबई में कांदिवली पुलिस थाने में कार्यरत है लेकिन जून महीने से बीमारी का कारण देकर छुट्टी पर था.
मामला इस प्रकार है. पुलिस सिपाही मुस्ताक ने मीरा गांव निवासी मुस्तफ़ा शेख को कुछ रुपये बतौर कर्ज दिए थे. लेकिन मुस्तफ़ा उसे वापस नहीं कर पा रहा था. इसी से नाराज होकर पुलिस सिपाही मुस्ताक 31 अक्टूबर की दोपहर मुस्तफ़ा को पकड़कर जबरदस्ती अपने घर ले गया. वहां उसने और उसके भाई ने मिलकर उसकी पिटाई की. बताया जाता है कि उस दौरान मुस्तफ़ा ने अपनी पत्नी को फ़ोन कर रोते हुए कहा कि अपने गहने बेचकर इनके पैसे वापस करो वर्ना ये लोग मुझे मार देंगे. लेकिन उसके बाद से मुस्तफ़ा का फोन बंद हो गया. घबराई पत्नी ने काशीमीरा पुलिस थाने में पति के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई और परिवार के लोग उसकी तलाश में जुट गए. 2 नवंबर की सुबह 5 बजे मुस्ताक का शव मुंबई-अहमदाबाद हाइवे पर वेलकर पेट्रोल पंप के पास मिला. मृतक के हाथ-पैर बंधे हुए थे. उसके शरीर पर पिटाई के निशान थे.
यह भी पढ़ें : मुंबई-अहमदाबाद रूट पर चलने वाली 40 फीसदी ट्रेनों की सीटें रहती हैं खाली, बुलेट ट्रेन परियोजना पर सवाल
जांच में पता चला है कि आरोपी पुलिस सिपाही और उसके भाई ने मुस्तफ़ा की पिटाई कर पत्नी से पैसों का इंतजाम करने को कहने के लिए फोन करवाया था. बाद में उसे अपने घर में ही उसका हाथ पैर बांध कर रखा था. दूसरे दिन दोनों ने फिर उसकी पिटाई की जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
अपना अपराध छिपाने के लिए दोनों भाइयों ने मुस्तफ़ा का शव घोडबंदर रोड के पास कच्चे रास्ते पर फेंक दिया था.
VIDEO : स्कूलों में लड़कियों को सुरक्षा की ट्रेनिंग
सूत्रों के मुताबिक मृतक अवैध चाल बनाने का काम करता था और आरोपी सिपाही अपनी अवैध कमाई से उसकी आर्थिक मदद करता था. बताया जाता है कि वो अवैध निर्माण के धंधे में मृतक का पार्टनर भी था.
मामला इस प्रकार है. पुलिस सिपाही मुस्ताक ने मीरा गांव निवासी मुस्तफ़ा शेख को कुछ रुपये बतौर कर्ज दिए थे. लेकिन मुस्तफ़ा उसे वापस नहीं कर पा रहा था. इसी से नाराज होकर पुलिस सिपाही मुस्ताक 31 अक्टूबर की दोपहर मुस्तफ़ा को पकड़कर जबरदस्ती अपने घर ले गया. वहां उसने और उसके भाई ने मिलकर उसकी पिटाई की. बताया जाता है कि उस दौरान मुस्तफ़ा ने अपनी पत्नी को फ़ोन कर रोते हुए कहा कि अपने गहने बेचकर इनके पैसे वापस करो वर्ना ये लोग मुझे मार देंगे. लेकिन उसके बाद से मुस्तफ़ा का फोन बंद हो गया. घबराई पत्नी ने काशीमीरा पुलिस थाने में पति के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई और परिवार के लोग उसकी तलाश में जुट गए. 2 नवंबर की सुबह 5 बजे मुस्ताक का शव मुंबई-अहमदाबाद हाइवे पर वेलकर पेट्रोल पंप के पास मिला. मृतक के हाथ-पैर बंधे हुए थे. उसके शरीर पर पिटाई के निशान थे.
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सूत्रों के मुताबिक मृतक अवैध चाल बनाने का काम करता था और आरोपी सिपाही अपनी अवैध कमाई से उसकी आर्थिक मदद करता था. बताया जाता है कि वो अवैध निर्माण के धंधे में मृतक का पार्टनर भी था.
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