फिल्मों की शूटिंग शुरू है तो रंगमंच से क्या दुश्मनी? मुंबई-महाराष्ट्र के थियेटर आर्टिस्ट, लाइव परफॉर्मिंग कलाकार धरना प्रदर्शन के जरिए ये सवाल पूछ रहे हैं. थिएटर बंद होने से हजारों कलाकार बेरोजगार हैं, कई ने पेशा बदल सब्जी बेचनी शुरू कर दी तो कई सुरक्षा गार्ड बन गए. रंगमंच के कलाकार मुंबई की सड़कों पर हैं. मंच बंद है और जीवन बेरंग हो गया है. करीब डेढ़ साल से बदहाली में जी रहे हैं. उनका कहना है कि भीख नहीं मांग रहे, बस थिएटर खोल दिए जाएं. बीते एक महीने से रह रहकर कर कभी दादर तो कभी सीएसटी पर धरना दे रहे हैं. पूछते हैं फिल्मों की शूटिंग शुरू है तो रंगमंच से क्या दुश्मनी??
एक्टर विजय पाटकर का कहना है, डेढ़ साल से हमारा काम बंद है, ये छोटे-छोटे कलाकार हैं, परफॉर्म नहीं करेंगे तो खाएंगे क्या? आप सब चीज शुरू कर रहे हैं, लोकल भी शुरू कर रहे हैं, थियेटर शुरू करें.
वहीं, लावणी डांसर चैताली भालेराव का कहना है कि शूटिंग अगर चालू है तो हमारे शो भी चालू करिए, दो साल से हम ऐसे ही बैठे हैं.
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लावणी आर्टिस्ट प्रमोद कांदलकर ने बताया, हम पुरुष हैं, पर महिला के गेटअप में लावणी करते हैं, डेढ़ साल से कार्यक्रम नहीं हो रहे, हमारे ग्रुप के चार से पांच लोगों ने आत्महत्या की है, कुछ लोग साड़ी पहन कर रास्ते पर भीख मांग रहे हैं
फ़िल्मिस्तान वाले राज्य महाराष्ट्र में गायक, संगीतकार , डांसर, एक्टर हजारों लाइव परफॉर्मिंग आर्टिस्ट बीते डेढ़ बरस से काम नहीं कर पा रहे हैं, कईयों ने पेशा बदला पर आर्थिक मुश्किलें बरकरार हैं!
मुंबई के अलावा कोल्हापुर, नागपुर में भी आर्टिस्टों ने धरना दिया.
थिएटर एक्टर संतोष निम्बोरे का कहना है, '17 महीने हो गए, हमारे सारे प्रोग्राम बंद हैं, हमारा स्टेज बंद है, ना ओपन में शो कर सकते हैं ना बंद स्टेज पर, हम लोग जो शो करते हैं उसी दिन पैसा मिलता है उसी से हमारा घर चलता है. हमारे कई साथियों ने आत्महत्या की है, कई हार्ट अटैक से मरे हैं, कई साथियों के घर पर अनाज नहीं है. इन दो सालों में हम लोगों ने अलग अलग काम करने की कोशिश की'
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म्यूजिशयन जयेश चंद्रकांत का कहना है, 'काम बंद है, बीवी ने वड़ापाव का काम शुरू किया इसलिए घर चल रहा है नहीं तो खाने के लिए भी मुश्किल है, थिएटर नहीं खुले तो आत्महत्या करने के अलावा चारा नहीं बचा है.'
एक्टर विकास सोणावणे ने बताया, 'इन दो सालों में हमने अलग-अलग भी काम किए किसी ने सब्जी बेची, मछली बेचने का काम शुरू किया, कई सुरक्षा गार्ड बने, मैंने खुद डेढ़ महीना ये गार्ड का काम किया, दो साल पहले, कार्यक्रमों में भीड़ के लिए हमारा इस्तेमाल करते थे अब कहते हैं हमारी वजह से ही भीड़ है, ये गलत है.'
महाराष्ट्र में सिनेमा, मल्टीप्लेक्स, थिएटर बंद हैं लेकिन फिल्मों और टीवी की शूटिंग जारी है. ऐसे में रोज की कमाई पर निर्भर थिएटर और लाइव परफॉर्मिंग आर्टिस्ट भी पाबंदियों हटाने की मांग कर रहे हैं.
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