महाविकास आघाडी (Maharashtra) सरकार में तीसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस, महाराष्ट्र में नंबर एक पार्टी होने का सपना देख रही है और इसके लिए संगठन को मजबूत करने में लगी है, लेकिन उनके नेताओं में ही एकता नहीं दिख रही. पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और महंगाई के खिलाफ पार्टी ने साइकिल मोर्चा निकाला और राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है. पार्टी के बड़े नेता और मंत्री विजय उसमें शामिल नहीं हुए. पता चला कि उन्हें सूचना ही नहीं थी.
अपनी पार्टी कांग्रेस को राज्य में नंबर एक बनाने में जुटे नाना पटोले (Nana Patole) ने इस पर कहा कि वे पता करेंगे. हो सकता है कि उन्हें कोई महत्वपूर्ण काम हो. राज्यपाल से मिलने के बाद नाना पटोले ने मीडिया से बात करते हुए माना कि शरद पवार के हाथ में महाविकास अघाड़ी सरकार का रिमोट है.इस बीच खबर है कि कांग्रेस पार्टी अपने मंत्रियों के काम से खुश नहीं हैं इसलिए उनके कामों की समीक्षा की जा रही है. जल्द ही कुछ मंत्रियों को हटाया जा सकता है. चर्चा तो ये भी है खुद नाना पटोले मंत्री बनना चाहते हैं.
इससे पूर्व, नाना ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि आगामी चुनाव में अकेले लड़ना है या नहीं, ये पार्टी तय करेगी जबकि इसके पहले नाना अकेले दम पर लड़ने की बात कह रहे थे. उन्होंने यह भी कहा कि 2014 में कांग्रेस के साथ धोखा हुआ था इसलिए वो पार्टी संगठन को मजबूत करने और अपने बल पर चुनाव लड़ने की तैयारी करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि 2024 के महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव को अकेले लड़ने के बारे में फैसला पार्टी की ओर से लिया जाएगा जैसे कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 2014 में लिया था. हमारी अपनी रणनीति है.
नाना पटोले ने साफ किया कि उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना के खिलाफ़ कभी नहीं बोला है. वो बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के खिलाफ लड़ते रहेंगे. हाईकमान ने इसीलिए उन्हें भेजा है.गौरतलब है कि इससे पहले पटोले कह चुके हैं कि उनकी पार्टी अगला विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी.
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