
- बीड जिले की जेल में कैदी जेल अधीक्षक की निजी कार धोता हुआ नजर आया
- जेल परिसर में कैदी को बिना रोकटोक घूमते और जेल अधिकारी का करते देखा गया
- जेल अधीक्षक पेट्रस गायकवाड़ पेड़ काटने को लेकर भी विवादों में
महाराष्ट्र का बीड ज़िला जेल चर्चा में है, जहां जेल अधिकारी की निजी गाड़ी एक एक कैदी धोता नजर आया. इस मामले में फिलहाल जो शुरुआती जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक ये कार जेल अधीक्षक की बताई जा रही है. इस कार को धो रहा कैदी सचिन कृष्णार्थ कदम एक गंभीर अपराध में ज़िला जेल में 10 साल की सज़ा काट रहा है, और जेल अधीक्षक की निजी कार कैदी धोता दिख रहा है.
जेल अधीक्षक की कार धोता कैदी, वीडियो वायरल
— NDTV India (@ndtvindia) September 9, 2025
महाराष्ट्र के बीड ज़िला जेल से हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है, जहाँ जेल अधीक्षक की निजी कार किसी कर्मचारी ने नहीं, बल्कि 10 साल की सज़ा काट रहा एक कैदी धोता दिखा. #Maharashtra | #Viralvideo pic.twitter.com/4UDsS3qcCL
जेल परिसर में बिना रोक-टोक घूमता दिखा
इसके अलावा, इस वीडियो में यह कैदी जेल परिसर में बिना रोक-टोक घूमता भी दिख रहा है. वैसे, जेल अधीक्षक (पेट्रस गायकवाड़) दो दिन पहले जेल परिसर में बड़े पेड़ काटने को लेकर भी विवादों में रहे हैं, इस मामले की जांच संभागीय कारागार के उप महानिरीक्षक ने की थी. अब इस नए मामले ने तूल पकड़ा है, जाहिर सी बात है कि मामला सुर्खियों में आने के बाद ये यही नहीं थमेगा.
नियम क्या कहता है?
यदि जेल अधिकारी किसी कैदी से निजी काम करवाता है, तो यह कानून का उल्लंघन माना जाता है. ऐसे मामलों में, अनुशासनात्मक उल्लंघनों के लिए कारागार अधिनियम और कारागार नियमों के अनुसार निलंबन, बर्खास्तगी या अन्य दंड दिया जा सकता है. ये नियम कैदियों के अधिकारों की रक्षा और जेल प्रशासन में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए बनाए गए हैं.
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