MP News: मध्य प्रदेश के सागर जिले के रहली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मैनाई में मां और उसके दो मासूम बेटों की संदिग्ध मौत का मामला लगातार गंभीर होता जा रहा है. घर के एक कमरे में महिला और उसके दोनों बच्चों के शव फंदे पर लटके मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. सागर की रहली पुलिस जहां इसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या मानकर जांच कर रही है, वहीं मृतका के मायके पक्ष ने इसे सुनियोजित हत्या बताते हुए ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
मृतका रजनी (32) अपने दो बेटों ऋषभ (5) और राम (2) के साथ ससुराल में रहती थी. गुरुवार रात रजनी और दोनों बच्चों के शव कच्चे मकान के एक कमरे में फंदे पर झूलते मिले. सूचना मिलते ही सागर जिले की रहली थाना पुलिस, वरिष्ठ अधिकारी और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची. घटनास्थल से साक्ष्य जुटाकर कमरे को सील कर दिया गया है.
अवैध संबंध बने मौत की वजह?
मृतका के भाई रविंद्र लोधी, निवासी कांसल पिपरिया ने आरोप लगाया कि उसकी बहन लंबे समय से मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना झेल रही थी. रविंद्र के अनुसार, रजनी के पति राजेश लोधी के अपनी बड़ी भाभी से अवैध संबंध थे, जिसकी जानकारी रजनी को हो गई थी. इसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच आए दिन विवाद होता था. आरोप है कि राजेश रजनी के साथ गालीगलौज और मारपीट करता था.
रविंद्र का कहना है कि इन्हीं प्रताड़नाओं और पारिवारिक दबाव के चलते रजनी और उसके दोनों मासूम बच्चों की हत्या की गई है. उन्होंने सवाल उठाया कि यदि यह आत्महत्या थी तो शव जमीन पर क्यों मिले और पुलिस को सूचना दिए बिना ही उन्हें फंदे से नीचे क्यों उतारा गया.
मायके पक्ष ने गिनाए हत्या के कारण
मायके पक्ष का कहना है कि ससुराल संयुक्त परिवार है, जहां करीब 10 सदस्य एक ही मकान में रहते हैं. ऐसे में मां और दो बच्चों द्वारा आत्महत्या किए जाने के दौरान किसी को बच्चों के रोने या शोर की आवाज न सुनाई देना संदेह पैदा करता है. जिस कमरे में शव मिले, उसका दरवाजा खुला हुआ था. परिजनों का दावा है कि मृतका और बच्चों के शरीर पर नीले और लाल रंग के निशान थे, जिन्हें वे चोट के निशान मान रहे हैं.
मृतका की भाभी प्रियांशी लोधी ने कहा कि रजनी आत्महत्या करने वाली नहीं थी. उसने अपने पति के कथित अवैध संबंधों के बारे में पहले ही मायके पक्ष को बताया था. यदि समय रहते सच्चाई सामने आ जाती तो रजनी को मायके बुला लिया जाता.
ससुराल पक्ष ने आरोपों से किया इनकार
वहीं मृतका के जेठ ब्रजेश लोधी ने मायके पक्ष के सभी आरोपों को निराधार बताया है. उनका कहना है कि घटना वाले दिन सुबह बच्चों को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था, जिसे समझाइश देकर शांत करा दिया गया था. उनके अनुसार, रात में रजनी ने आत्महत्या की. अवैध संबंधों का आरोप पूरी तरह झूठा है.
पुलिस जांच जारी
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर बसंत नेमा ने बताया कि शवों पर दिखाई देने वाले निशान हाइपोस्टैसिस के कारण भी हो सकते हैं. पीएम रिपोर्ट जल्द पुलिस को सौंपी जाएगी. रहली एसडीओपी प्रकाश मिश्रा ने बताया कि मायके पक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों समेत सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश कुमार सिन्हा ने भी निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है. फिलहाल गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. मां और दो मासूम बच्चों की मौत आत्महत्या थी या हत्या, इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच पूरी होने के बाद ही हो सकेगा.
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