 
                                            प्रतीकात्मक फोटो
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                लखनऊ: 
                                        उत्तर प्रदेश की राजधानी की एसएसपी मंजिल सैनी ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में हथियार न चला पाने वाले थानेदारों और पुलिस कर्मियों की जमकर क्लास ली। 'लेडी सिंघम' के नाम से चर्चित मंजिल सैनी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे रिक्रूट आरक्षियों की समीक्षा करने पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद थानाध्यक्षों और पुलिस कर्मियों को दंगा निरोधक उपकरणों के बारे में जानकारी दी और हथियार चलाने के गुर भी सिखाए।
प्रशिक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्षों और पुलिस कर्मियों से रबर बुलेट, टियर गैस सेल, प्लास्टिक फ्लैट्स, टियर गैस ग्रैनेट के भी फायर कराए। फायरिंग के दौरान कई पुलिस कर्मियों के हाथ कंपकंपाते दिखे तो एसएसपी ने उन्हें जमकर लताड़ा। एसएसपी के तेवर देख पुलिसकर्मी मुंह छिपाते नजर आए।
इस दौरान एसपी (ट्रांस-गोमती) जयप्रकाश, एसपी (क्राइम) डॉ. संजय कुमार, एसपी (उत्तरी) विजय ढुल, सहायक पुलिस अधीक्षक (लाइंस) रोहित सिंह सजवाण, सहायक पुलिस अधीक्षक (प्रशिक्षणाधीन) रईस अख्तर भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रतिसर निरीक्षक शिशुपाल सिंह चौहान ने किया।
एसएसपी मंजिल ने पुलिस कर्मियों को समझाते हुए कहा शक्ति का प्रयोग समझाने व चेतावनी न मानने के बाद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा दंगे के दौरान शक्ति का प्रयोग करने से पहले अपने विवेक का पूरा इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चों पर शक्ति का प्रयोग न किया जाए, उन्हें केवल समझना ही काफी होगा। मंजिल ने पुलिस कर्मियों को अगाह किया कि जो हथियार उन्हें दिए गए हैं, उनकी सफाई भी बहुत जरूरी है। शस्त्रों की सफाई नियमित की जानी चाहिए।
उन्होंने थाना स्तर पर पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए। साथ ही पुलिस लाइन में डॉग स्क्वायड परिसर की सफाई करने के भी निर्देश दिए।
                                                                        
                                    
                                प्रशिक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्षों और पुलिस कर्मियों से रबर बुलेट, टियर गैस सेल, प्लास्टिक फ्लैट्स, टियर गैस ग्रैनेट के भी फायर कराए। फायरिंग के दौरान कई पुलिस कर्मियों के हाथ कंपकंपाते दिखे तो एसएसपी ने उन्हें जमकर लताड़ा। एसएसपी के तेवर देख पुलिसकर्मी मुंह छिपाते नजर आए।
इस दौरान एसपी (ट्रांस-गोमती) जयप्रकाश, एसपी (क्राइम) डॉ. संजय कुमार, एसपी (उत्तरी) विजय ढुल, सहायक पुलिस अधीक्षक (लाइंस) रोहित सिंह सजवाण, सहायक पुलिस अधीक्षक (प्रशिक्षणाधीन) रईस अख्तर भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रतिसर निरीक्षक शिशुपाल सिंह चौहान ने किया।
एसएसपी मंजिल ने पुलिस कर्मियों को समझाते हुए कहा शक्ति का प्रयोग समझाने व चेतावनी न मानने के बाद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा दंगे के दौरान शक्ति का प्रयोग करने से पहले अपने विवेक का पूरा इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चों पर शक्ति का प्रयोग न किया जाए, उन्हें केवल समझना ही काफी होगा। मंजिल ने पुलिस कर्मियों को अगाह किया कि जो हथियार उन्हें दिए गए हैं, उनकी सफाई भी बहुत जरूरी है। शस्त्रों की सफाई नियमित की जानी चाहिए।
उन्होंने थाना स्तर पर पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए। साथ ही पुलिस लाइन में डॉग स्क्वायड परिसर की सफाई करने के भी निर्देश दिए।
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                                        उत्तर प्रदेश, लखनऊ, लेडी सिंघम, एसएसपी मंजिल सैनी, यूपी पुलिस, UP, Police, Lady Singham, SSP Manjil Sainy, Lukhnow
                            
                        