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This Article is From Apr 23, 2019

शिवराज सिंह चौहान बोले- कांग्रेस नेता हमारे भाई-बहनों को 'गुलाबी शर्ट' और 'लाल दुपट्टा' कहकर बुलाते हैं

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को ट्वीट कर कांग्रेस पर निशाना साधा.

शिवराज सिंह चौहान बोले- कांग्रेस नेता हमारे भाई-बहनों को 'गुलाबी शर्ट' और 'लाल दुपट्टा' कहकर बुलाते हैं
नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को ट्वीट कर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट कर कहा-किसी भी अनजान व्यक्ति को हम और आप - भाई या बहन कह कर बुलाते है.कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हमारे भाई-बहनों को, "एय सर्जिकल स्ट्राइक," "ए गुलाबी शर्ट," "वो नीली पैंट," "ये लाल दुपट्टा" इत्यादि कह कर बुलाते हैं.संस्कार...विवेक... सब ग़ायब है, भाई ग़ायब है! दरअसल, चुनाव प्रचार के लिए भोपाल (Bhopal Seat) के बैरसिया पहुंचे दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh News) ने मंच से पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा था कि किसी के खाते में 15 लाख रुपये आए क्या? दिग्विजय सिंह ने जब तीन-चार बार यही सवाल दोहराया तो गुलाबी शर्ट वाले एक लड़के ने भीड़ में से हाथ उठाया. इसके बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता और भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने उसे मंच पर बुलाया. उन्होंने उससे कहा कि यहां आ जाओ और अपना अकाउंट नंबर लेकर आना. यहां आओ हम तुम्हारा नागरिक अभिनंदन करेंगे. जैसे ही लड़के ने मंच से पीएम मोदी का गुणगान शुरू किया तो दिग्विजय सिंह का चेहरा देखने लायक था. लड़का मंच पर आया और माइक मिलते ही कहना शुरू किया कि 'मोदी जी ने सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों को मारा'. इसके बाद पार्टी नेता ने उस लड़के को मंच से नीचे ले गए.

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बता दें कि कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को भोपाल से उम्मीदवार बनाया है. भोपाल सीट पर दिग्विजय सिंह का मुकाबला बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से होगा.  मध्यप्रदेश में 12 मई को चुनाव होने हैं. भोपाल संसदीय क्षेत्र के इतिहास पर नजर दौड़ाई जाए तो पता चलता है कि वर्ष 1984 के बाद से यहां भाजपा का कब्जा है. भोपाल संसदीय क्षेत्र में अब तक हुए 16 चुनाव में कांग्रेस को छह बार जीत हासिल हुई है.भोपाल संसदीय क्षेत्र में साढ़े 19 लाख मतदाता है, जिसमें चार लाख मुस्लिम, साढ़े तीन लाख ब्राह्मण, साढ़े चार लाख पिछड़ा वर्ग, दो लाख कायस्थ, सवा लाख क्षत्रिय वर्ग से हैं. मतदाताओं के इसी गणित को ध्यान में रखकर कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारा था, मगर भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार बनाकर ध्रुवीकरण का दांव खेला है. 

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भोपाल संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की आठ सीटें आती हैं. लगभग चार माह पहले हुए विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने आठ में से पांच और कांग्रेस ने तीन सीटें जीती. लिहाजा सरकार में बदलाव के बाद भी भोपाल संसदीय क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा सफलता मिली थी. दिग्विजय सिंह भी प्रज्ञा की उपस्थिति से सियासी माहौल में आने वाले बदलाव को पहले ही भांप गए थे, यही कारण है कि उन्होंने प्रज्ञा का स्वागत करते हुए एक वीडियो संदेश जारी किया था. सिंह स्वयं जहां खुलकर प्रज्ञा पर हमला करने से बच रहे हैं, वहीं कार्यकर्ताओं को भी इसी तरह की हिदायतें दे रहे हैं. सिंह को यह अहसास है कि मालेगांव बम धमाके और प्रज्ञा पर सीधे तौर पर कोई हमला होता है तो चुनावी दिशा बदल सकती है. सिंह भोपाल के विकास का रोड मैप और अपने कार्यकाल में किए गए कामों का ब्योरा दे रहे हैं.

वीडियो- बिना अपराध प्रज्ञा को जेल भेजा गया- शिवराज सिंह चौहान 

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