बिहार के नवादा जिले के गोविंदपुर गांव में मतदान के दौरान दो पार्टियों के समर्थकों के बीच आपसी झड़प की हो गई. पुलिस के अनुसार घटना की शुरुआत मतदान केंद्र के बाहर हुई आपसी कहासुनी से शुरू हुई थी. इसके बाद दोनों ही गुटों में हाथापाई शुरू हो गई. मतदान केंद्र के आसपास हो रही इस घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम और अन्य सुरक्षाकर्मियों ने आरोपियों को रोकने की कोशिश की तो आरोपियों ने पुलिस टीम पर ही पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस की टीम ने आरोपियों पर लाठीचार्ज किया. अधिकारी के अनुसार पुलिस की लाठीचार्ज के बाद उपद्रवियों और पुलिस ने हवा में फायरिंग की. इस फायरिंग में एक महिला के घायल होने की सूचना है. जिसे बाद में पुलिस ने पास के अस्पताल में भर्ती करा दिया है.
श्रीनगर उपचुनाव: बडगाम में वोटिंग के दौरान सुरक्षाबलों की फायरिंग में तीन युवकों की मौत
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार अभी तक की जांच में पता चला है कि हंगामा आरजेडी समर्थकों द्वारा शुरू किया गया था. पुलिस ने उपद्रवियों पर नकेल कसने के लिए लाठीचार्ज किया तो उपद्रवियों ने पुलिस टीम पर ही पथराव शुरू हो गया. बता दें कि इसी सीट से बीजेपी के गिरिराज सिंह चुनाव लड़ना चाहते थे. पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रही है. गौरतलब है कि इस तरह की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले मध्यप्रदेश के भिंड में एक ऐसी ही घटना हुई थी. भिंड में विधानसभा चुनाव के दौरान हुई गोलीबारी में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था. इस घटना के बाद पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भिंड, अटेर और लहार के प्रत्याशियों को नजरबंद कर दिया था.
लुधियाना में कांग्रेस और बीजेपी-अकाली कार्यकर्ताओं में झड़प, एक मरा
सुबह 8 बजे मतदान की शुरुआत के साथ ही जिले के अलग-अलग हिस्सों से ईवीएम में खराबी की भी खबरें आने लगी थी. पोलिंग नंबर-72,59,60,61,114,101,176 पर ईवीएम में खराबी की वजह से मतदान देर से शुरू हुआ था. इधर ईवीएम में गड़बड़ी की खबरों के बीच पोलिंग नंबर-111 पर उपद्रवियों ने हंगामा करते हुए बूथ को बंद करने की कोशिश की थी. इस कोशिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया.
हिंसा की आशंका को देखते हुए पुलिस ने अटेर विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी अरविंद भदौरिया और कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे को भिंड सर्किट हाउस पर बुलाकर नजरबंद कर दिया था. इसके बाद पुलिस ने लहार विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ गोविंद सिंह और बीजेपी प्रत्याशी रसाल सिंह को लहार रेस्ट हाउस में नजरबंद कर दिया गया था. मेहगांव विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी राकेश शुक्ला और कांग्रेस प्रत्याशी ओपीएस भदौरिया को भी नजरबंद कर दिया गया था.
इस गांव में खुलवाना है घर का दरवाजा तो जोर से चिल्लाएं- मोदी-मोदी... जानें क्या है वजह
नजरबंद किए जाने को लेकर प्रत्याशियों ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी. पुलिस सभी प्रत्याशियों को नजरबंद करने में व्यवस्था की सर्किट हाउस में. यहां से महज दो सौ मीटर दूरी पर पोलिंग नंबर- 120,122 पर उपद्रवियों ने बूथ के बाहर फायरिंग कर दी और मौके से फरार हो गए थे. पुलिस कुछ समझ पाती इससे पहले ही पोलिंग नंबर-109 पर दो पक्ष आपस में भिड़ गए. इस खूनी संघर्ष में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
उमर अब्दुल्ला ने VIDEO शेयर कर बताया- पुंछ में EVM पर कांग्रेस चिह्न का बटन नहीं कर रहा काम
बाद में एक बार फिर से सर्किट हाउस के पास ही पोलिंग नंबर-123,124,125,131,132 के बाहर उपद्रवियों ने फायरिंग कर दी थी. इस बार पुलिस ने एक उपद्रवी को पकड़ लिया. तभी पोलिंग नंबर-39, 40 पर उपद्रवियों ने कब्जा कर लिया और ईवीएम तोड़ दी थी. इतना ही नहीं बूथ पर रखे वाहनों को भी तोड़ दिया गया. तभी पोलिंग नंबर-36 पर फर्जी मतदान को लेकर मतदान केंद्र के बाहर उपद्रवियों ने फायरिंग कर दी थी. इससे कुछ देर के लिए मतदान प्रभावित हो गया था.
इस बीच पोलिंग नंबर-218 पर उपद्रवियों ने फायरिंग कर दी थी. इस फायरिंग में प्रदीप भदौरिया नाम का एक मतदाता गोली लगने से घायल हो गया. घायल को गले में गोली लगी. उसे पहले जिला अस्पताल लाया गया फिर इलाज के लिए ग्वालियर रैफर कर दिया गया. इसके बाद भी जिले में अलग-अलग जगहों से छुटपुट हिंसा की खबरें जोर पकड़ती रहीं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं