उत्तर मुंबई लोकसभा सीट (North Mumbai Loksabha Seat) से गोपाल शेट्टी (Gopal Shetty) की टक्कर का कोई नेता नहीं मिलने पर कांग्रेस (Congress) ने एक बार फिर फिल्मी चेहरा मैदान में उतारा है. सवाल है कि एक दिन पहले ही कांग्रेस में शामिल हुईं अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) क्या अभिनेता गोविंदा (Govinda) का इतिहास दोहरा पाएंगी?
साल 2004 में एक तरफ राम नाईक थे तो दूसरी तरफ अभिनेता गोविंदा (Govinda) थे. तब राजनेता के कार्यों पर अभिनेता की लोकप्रियता भारी पड़ी थी. गोविंदा ने तकरीबन 40 हजार मतों से राम नाईक के विजय रथ को रोककर इतिहास रचा था.
अब एक बार फिर वही स्थिति बनती दिख रही है, बस चेहरे बदल गए हैं. राम नाईक की जगह मौजूदा सांसद गोपाल शेट्टी हैं तो गोविंदा की जगह अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) हैं. तो क्या फिर एक बार इतिहास दोहराया जा सकता है? उर्मिला मातोंडकर अभी इस पर खुलकर कुछ बोलना नहीं चाहती हैं.
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पिछली बार चार लाख 46 हजार के भारी अंतर से कांग्रेस के संजय निरुपम को हराने वाले बीजेपी के गोपाल शेट्टी अपने सामने उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) को कोई बड़ी चुनौती नहीं मान रहे, क्योंकि उत्तर मुंबई लोकसभा क्षेत्र में अब गोविंदा का विरार नहीं है और बचे हुए इलाकों में बीजेपी और शिवसेना के विधायकों और नगरसेवकों की संख्या पहले से कहीं ज्यादा है.
वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक विश्वनाथ सचदेव का कहना है कि उस जमाने में राम नाईक को हराना वाकई में बड़ी बात थी लेकिन वह गोविंदा का करिश्मा था.
VIDEO : कांग्रेस में शामिल हुईं उर्मिला मातोंडकर
हार जीत तो अभी दूर की बात है लेकिन इतना तो तय है कि अभी तक जो एकतरफा लड़ाई थी वह अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) के मैदान में आने के बाद दिलचस्प हो जाएगी.
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