दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित (Sheila Dixit) ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) यदि गठबंधन चाहते हैं तो सीधे मुझसे आकर बात करें. उनकी कांग्रेस से कोई बात नहीं हुई है.
शीला दीक्षित ने गुरुवार को NDTV से उक्त बात कही. वे आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रही थीं जिसमें उन्होंने कहा था कि 'हम कांग्रेस (Congress) से गठबंधन की बात करते-करते थक गए हैं, लेकिन उसने हमारे साथ गठबंधन नहीं किया.' केजरीवाल ने यह बात एक सभा में कही.
केजरीवाल के बयान को लेकर शीला दीक्षित ने कहा कि 'अरविंद केजरीवाल से कांग्रेस की कोई बात नहीं हुई. मैं प्रदेश अध्यक्ष हूं, मुझसे तो कभी नहीं पूछा. राहुल गांधी जी की बात हुई होती तो वे मुझसे बताते.' उन्होंने कहा कि 'केजरीवाल बताएं कि किससे बात हुई है? अरविंद चाहते हैं तो सीधे आकर बात करें. पीछे से बातें क्यों बनाते हैं?
शीला दीक्षित से यह पूछे जाने पर कि अगर अब केजरीवाल आएं तो क्या आप बात करेंगी? उन्होंने कहा कि वे आएं तो बात करने. आपने ही बताया कि बयान दिया है.
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी के चांदनी चौकी पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि 'गठबंधन के लिए हम कांग्रेस से बात कर-करके थक गए. लेकिन कांग्रेस ने हमारे साथ गठबंधन नहीं किया. कांग्रेस दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भाजपा को जिताना चाहती है.'
केजरीवाल ने यह भी कहा कि 'अगर मुझे ये भरोसा हो जाए कि दिल्ली में बीजेपी को कांग्रेस हरा देगी तो मैं सातों सीटें छोड़ दूंगा.' उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा, 'हम कांग्रेस को मना मनाकर थक गए कि गठबंधन कर लो, गठबंधन कर लो.. उनकी समझ में नहीं आ रहा. आप से पूछना चाहता हूं कि गठबंधन होना चाहिए कि नहीं?' इस जनसभा में मौजूद लोगों ने कहा, 'होना चाहिए.'
सूत्रों की मानें तो पिछले हफ्ते एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर अपना रुख साफ करते हुए कहा था कि कांग्रेस की दिल्ली यूनिट आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं चाहती है.
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कौन झूठ बोल रहा है और कौन सच यह तो पता नहीं लेकिन शीला दीक्षित का इशारा साफ है कि अगर अरविंद केजरीवाल दिल्ली में गठबंधन चाहते हैं तो उन्हें शीला दीक्षित से होकर जाना पड़ेगा. सीधे आला कमान से बात करने का कोई फायदा नहीं है.
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