लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की सरगर्मियों के बीच समाजवादी पार्टी (SP) ने वाराणसी से 'चौकीदार' के खिलाफ बीएसएफ (BSF) के पूर्व जवान को मैदान में उतारा है. सपा ने वाराणसी से पूर्वघोषित उम्मीदवार शालिनी यादव (Shalini Yadav) की जगह पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खिलाफ बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) को टिकट दिया है. समाजवादी पार्टी के मुखिया के इस फैसले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अखिलेश यादव को बधाई दी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal News) ने ट्वीट किया, 'अखिलेश जी, आपको बहुत-बहुत बधाई. PM को चुनौती देने के लिए तेज़ बहादुर को सलाम. एक तरफ़ मां भारती के लिए जान दांव पर लगाने और जवानों के हक़ की लड़ाई में अपनी नौकरी गंवाने वाला शख़्स और दूसरी ओर जवानों की आवाज़ उठाने वाले की नौकरी छीनने और जवानों की लाशों पर वोट मांगने वाला शख़्स. बता दें कि वाराणसी में अंतिम चरण में 19 मई को वोट डाले जाएंगे.
अखिलेश जी, आपको बहुत बहुत बधाई
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 29, 2019
PM को चुनौती देने के लिए तेज़ बहादुर को सलाम
एक तरफ़ माँ भारती के लिए जान दाँव पर लगाने और जवानों के हक़ की लड़ाई में अपनी नौकरी गँवाने वाला शख़्स
दूसरी ओर जवानों की आवाज़ उठाने वाले की नौकरी छीनने और जवानों की लाशों पर वोट माँगने वाला शख़्स https://t.co/xRJvJg1maV
सपा की टिकट पर BSF से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव लड़ेंगे वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव
बता दें कि तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) ने बीएसएफ (BSF) में रहते हुए खराब खाने की शिकायत की थी, जिसके बाद उन पर कार्रवाई की गई थी और उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था. तेज बहादुर जम्मू-कश्मीर में तैनात जवानों को खराब खाना दिए जाने की शिकायत वाले वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने के बाद चर्चा में आए थे. उन्हें झूठे आरोप लगाने के आरोप में जुलाई 2018 में बर्खास्त कर दिया गया था.
इससे पहले समाजवादी पार्टी ने हाल ही में शालिनी यादव को वाराणसी से उम्मीदवार बनाया था. बता दें कि शालिनी यादव (Shalini Yadav News) कांग्रेस के पूर्व सांसद और राज्यसभा के पूर्व उपसभापति श्यामलाल यादव की पुत्रवधू हैं. वाराणसी में अंतिम चरण में 19 मई को चुनाव होने हैं.
BSF में खराब खाने का वीडियो वायरल करने वाले जवान तेज बहादुर के बेटे का शव कमरे में मिला
बता दें कि बीते साल BJP प्रत्याशी के रूप में विजयी रहे नरेंद्र मोदी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अरविंद केजरीवाल को वाराणसी सीट से कुल 3,71,784 वोटों के भारी अंतर से हराया था. नरेंद्र मोदी को कुल 5,81,022 वोट मिले थें. वहीं, दूसरे स्थान पर रहे अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 मत मिले. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय 75,614 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे. वहीं चौथे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी और पांचवें स्थान पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार थे.
सालभर पहले जवान ने की थी खाने की शिकायत, अब BSF ने उठाया यह कदम
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में वाराणसी का अलग ही महत्व रहा है. मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले भूतपूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, कांग्रेस के दिग्गज कमलापति त्रिपाठी, दिवंगत प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री और केंद्रीय मंत्री रहे BJP के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य व वरिष्ठतम नेताओं में से एक मुरली मनोहर जोशी भी यहां से सांसद रह चुके हैं. वर्ष 1957 और 1962 में कांग्रेस के रघुनाथ सिंह इस सीट से जीते थे, लेकिन 1967 में CPM के सत्यनारायण सिंह ने यहां कब्ज़ा कर लिया. उसके बाद 1971 में कांग्रेस ने राजाराम शास्त्री के ज़रिये इस सीट पर फिर कब्ज़ा जमाया, लेकिन 1977 में एमरजेंसी के चलते कांग्रेस-विरोधी लहर में भारतीय लोकदल की टिकट पर चुनाव लड़े चंद्रशेखर वाराणसी के सांसद बने.
VIDEO: पीएम मोदी के खिलाफ लड़ेंगे तेज बहादुर
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