अगर आप दिव्यांग हैं और पोलिंग बूथ तक जाने में लाचार हैं तो घर से बूथ तक आपके लिए गाड़ी का इंतज़ाम होगा. इतना ही नहीं, आम नागरिक भी चुनाव के दौरान हो रही गड़बड़ी की शिकायत सीधे एक ऐप पर जाकर कर सकता है. दावा है कि जिसका निपटारा 100 मिनट में किया जाएगा.
देशभर में पहली बार वोट डालने वाले युवा वोटरों की तादाद करीब डेढ़ करोड़ है जिसमें दिल्ली का आंकड़ा एक लाख 58 हज़ार का है. इनमें जोश भी है..उत्साह भी और मुद्दों को लेकर उम्मीदवारों से उम्मीदें भी.
दिल्ली में करीब 1 करोड़ 39 लाख वोटर हैं और इस बार कुछ नया इंतज़ाम भी किया गया है. व्हील चेयर, ब्रेल, रैंप जैसी सुविधाओं के अलावा जिन विकलांगों को ज़रूरत होगी उनको घर से बूथ तक ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी भी मुहैया करवाई जाएगी.
सोशल मीडिया पर चल रहे पॉलिटिकल एड पर भी नज़र होगी. इस प्लेटफार्म पर एड आने से पहले उसका प्री सर्टिफिकेशन होना ज़रूरी है. महिला सशक्तिकरण के मद्देनजर कुछ बूथ पर पोलिंग पार्टी में सब की सब महिलाएं ही हों ये भी कोशिश है.
इस चुनाव में आम नागरिक कैंडिडेट द्वारा की जा गड़बड़ी, हेट स्पीच को तस्वीर या वीडियो के जरिए एक ख़ास ऐप पर शेयर कर सकता है. 100 मिनट में सुनवाई होगी.
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि सी विजिल एक नया ऐप है जिसमें कि कोई भी मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट की violation अगर किसी को भी दिखाई देती है तो सिटीजन यह ऐप डाउन लोड करके फ़ोटो या वीडियो भेज सकता है. फ़ोटो या वीडियो लेने के 5 मिनट के अंदर वेरिफिकेशन के लिए फ्लाइंग स्क्वाड जाता है. 100 मिनट के भीतर डिस्पोजल हो जाता है.
कोशिश साफ सुथरा चुनाव कराने की भी है और ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को बूथ तक लाने की भी. कुछ अधिकार लोगों के हाथों में भी दिए गए हैं और बाकी तैयारी खुद की भी है. चुनाव देश का है तो कसर में कोई कमी नहीं.
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