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This Article is From Mar 09, 2019

माकपा ने किया अपने उम्मीदवारों का ऐलान, गठबंधन प्रयासों के लिए 'बड़ा झटका' मान रही कांग्रेस

दरअसल, कांग्रेस रायगंज और मुर्शिदाबाद को अपनी परंपरागत सीटें बताकर इनकी मांग कर रही थी, लेकिन माकपा का तर्क था कि इन सीटों पर उसके वर्तमान सांसद हैं और वह इन सीटों को नहीं दे सकती.

माकपा ने किया अपने उम्मीदवारों का ऐलान, गठबंधन प्रयासों के लिए 'बड़ा झटका' मान रही कांग्रेस
आगामी आम चुनाव में राज्य में चतुष्कोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है
नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में रायगंज और मुर्शिदाबाद लोकसभा सीटों पर शुक्रवार को माकपा की ओर से उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि यह लोकसभा चुनाव के वास्ते वाम मोर्चे के साथ गठबंधन के प्रयासों के लिए 'बड़ा झटका' है. दरअसल, कांग्रेस रायगंज और मुर्शिदाबाद को अपनी परंपरागत सीटें बताकर इनकी मांग कर रही थी, लेकिन माकपा का तर्क था कि इन सीटों पर उसके वर्तमान सांसद हैं और वह इन सीटों को नहीं दे सकती. अब, माकपा ने रायगंज से मोहम्मद सलीम और मुर्शिदाबाद से बदरुद्दोजा खान को उम्मीदवार घोषित कर दिया. ये दोनों फिलहाल इन सीटों से सांसद हैं. 

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गठबंधन के लिए हो रहे प्रयासों से जुड़े कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इन दो सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा गठबंधन की कोशिशों के लिए निश्चित तौर पर बड़ा झटका है. यह पूछे जाने पर कि क्या अब गठबंधन की संभावना खत्म हो गयी है तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. पिछले दिनों कांग्रेस सूत्रों ने यह भी कहा था कि इन दो सीटों के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी माकपा महासचिव सीताराम येचुरी से जल्द बातचीत करेंगे.

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आगामी आम चुनाव में राज्य में चतुष्कोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है. माकपा नीत वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने कहा कि मौजूदा सांसद मोहम्मद सलीम और बदरूद्दोजा खान रायगंज और मुर्शिदाबाद से चुनाव लड़ेंगेय दोनों सीटों के लिए माकपा की ओर से एकतरफा उम्मीदवारों की घोषणा पर खफा कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख सोमेन मित्रा ने आरोप लगाया कि वाम मोर्चा गठबंधन करने को इच्छुक नहीं है. प्रदेश के नेताओं के साथ बैठक के बाद रात में मित्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि वाम मोर्चा कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करना चाहता है. राज्य में कांग्रेस की मदद के बिना वाम मोर्चा एक भी सीट पर जीत नहीं पाएगा. लेकिन कांग्रेस अपनी चारों सीटें बरकरार रखेगी. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हुई तो हम राज्य में अकेले लड़ेंगे. हमारे 42 उम्मीदवारों की सूची तैयार है. हम 2021 तक गठबंधन चाहते हैं ताकि हमारे गठबंधन या समझौते को जनता में स्वीकार्यता मिले. 

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