विज्ञापन
This Article is From Jan 20, 2017

बेहद अच्‍छे कवि थे मुगल काल के ये दो दरबारी...

बेहद अच्‍छे कवि थे मुगल काल के ये दो दरबारी...
बैरम खान और उनके बेटे अब्दुर रहीम सैनिक बेहतर कवि भी थे
मुगल काल के नृशंस सत्ता संघर्षों और साहित्यिक उपलब्धियों की पृष्ठभूमि में दो दरबारियों और कवियों की जीवन गाथा को समेटने वाली एक नयी पुस्तक आयी है.

बैरम खान और उनके बेटे अब्दुर रहीम सैनिक, कवि एवं दरबारी थे जिनकी जिंदगी उस काल के उथल-पुथल को दर्शाती है जिस काल में वे रहते थे.

पूर्व नौकरशाह टी सी ए राघवन की पुस्तक ‘एटेंडडेंट लॉर्ड्स बैरम खान एण्ड अब्दुर रहीम: कोर्टियर्स एंड पोएट्स इन मुगल इंडिया’चार शासकों-- बाबर, हुमायूं, अकबर और जहांगीर के शासनकालों एवं मुगल काल के सैकड़ों साल के इतिहास को समेटती है, एक ऐसा काल जब ये दोनों ही दरबार की जटिल राजनीति के बिल्कुल मध्य में थे.

हुमायूं के आकस्मिक निधन के बाद बैरम चार अहम सालों तक युवा शासक अकबर का संरक्षक थे. अब्दुर रहीम मुगल साम्राज्य में अति महत्वपूर्ण जनरलों में एक थे लेकिन उन्हें उसकी साहित्यिक प्रतिभा खासकर उनके दोहों को लेकर याद किया जाता है.

लेखक का कोई धर्म नहीं होता: नासिरा शर्मा
जन्‍मदिन विशेष: लेखन से गूढ़ प्रेम था 'ऐनी आपा' को

इनपुट भाषा से

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
मुगल काल, पुस्तक, टी सी ए राघवन, एटेंडडेंट लॉर्ड्स बैरम खान एण्ड अब्दुर रहीम: कोर्टियर्स एंड पोएट्स इन मुगल इंडिया, Tcs Raghavan, Mughal Empire
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com