विज्ञापन
This Article is From Jan 05, 2017

नेशनल बुक ट्रस्ट की 60 साल की यात्रा पर केंद्रित होगा वर्ल्ड बुक फेयर, होंगे कई आयोजन

नेशनल बुक ट्रस्ट की 60 साल की यात्रा पर केंद्रित होगा वर्ल्ड बुक फेयर, होंगे कई आयोजन
नई दिल्ली: 7 से 15 जनवरी के बीच दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित होने वाला विश्व पुस्तक मेला इस बार नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) के 60 साल के लंबे सफर पर केंद्रित होगा. एक विशेष पवेलियन में एनबीटी की ज्ञान यात्रा को प्रदर्शित किया जाएगा. 40 से अधिक भाषाओं में छपी पुस्तकों के साथ विशेष कैलेंडर भी प्रदर्शित होगा.

नेशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमैन बलदेव भाई शर्मा ने बताया कि हमारा फोकस रहेगा नेशनल बुक ट्रस्ट की ज्ञान यात्रा पर होगा. पिछले साल से हम उन भाषाओं और बोलियों को भी फोकस रहे हैं, जो फोकस से हमेशा बाहर रही हैं, जैसे बस्तर की कुछ बोलियों भाषाओं, त्रिपुरा की कोकबोरोक, बिहार की मैथली, मगही में हमने किताबें पब्लिक की है, ताकि यंग जनरेशन इन भाषाओं के जरिए खास लिटरेचर को जान सकें. रीजनल लिटरेचर को भी हम इस ज्ञान यात्रा में शामिल करेंगे.

देश-विदेश के करीब 500 लेखक पहुंचेंगे
भारत समेत जर्मनी, यूएई, रशिया, पाकिस्तान, पोलैंड, फ्रांस, स्पेन, चाइना, इजिप्ट, जापान, ईरान, नेपाल, श्रीलंका... कई देशों से इस फेयर में पब्लिशर्स और डिस्ट्रिब्यूटर्स पहुंचेंगे. देश-विदेश से करीब 500-600 राइटर्स भी मेले का हिस्सा बनेंगे. रस्किन बॉन्ड, प्रतिभा रे, सुभाष कश्यप, नामवर सिंह जैसे कई लेखक इस लिस्ट में शामिल हैं. किताबों की दुनिया से जुड़ी हस्तियां जैसे आशा पारिख, शत्रुघ्न सिन्हा भी मेले की सैर पर पहुंचेंगे. लेखकों के साथ कई सेशन भी पब्लिक के लिए रखे जाएंगे. डांस, म्यूजिक, थिएटर, पोएट्री, रीडिंग सेशन के साथ कई कल्चरल इवेंट का मजा भी यहां रोजाना लिया जा सकता है.

पाकिस्तान और भूटान नहीं होंगे शामिल
इसमें विभिन्न भाषाओं में बाल साहित्य की विविधता देखने को मिलेगी. मेले में 800 से अधिक प्रकाशक भाग ले रहे हैं. साहित्यिक कार्यक्रमों में 500 से 600 लेखक-लेखिकाएं शिरकत करेंगे. पुस्तक मेले में 20 से अधिक देश भाग लेंगे, लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान और भूटान नहीं होंगे. इन दोनों देशों से कोई अनुरोध नहीं आया था.

यहां मिलेंगे बुक फेयर के टिकट
किताबों के महाकुंभ में दर्शकों की सहूलियत का ध्यान रखा गया है. इसके लिए दिल्ली मेट्रो के 50 स्टेशनों के साथ प्रगति मैदान के काउंटर पर टिकट मिलेगा. हॉल नंबर 6, 7, 8, 9, 10, 11, 18, हॉल नंबर 12 और 12ए में पुस्तक प्रेमियों को पुस्तकें मिलेंगी.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Previous Article
``वो इस्लाम, जो हम से कहीं छूट गया'' : इंसानियत को राहत की सांस देती एक किताब
नेशनल बुक ट्रस्ट की 60 साल की यात्रा पर केंद्रित होगा वर्ल्ड बुक फेयर, होंगे कई आयोजन
जब रामधारी सिंह दिनकर ने कहा- ''अच्छे लगते मार्क्स, किंतु है अधिक प्रेम गांधी से..''
Next Article
जब रामधारी सिंह दिनकर ने कहा- ''अच्छे लगते मार्क्स, किंतु है अधिक प्रेम गांधी से..''
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com