सिद्धार्थनाथ सिंह (फाइल फोटो)
कोलकाता:
नोटबंदी से पहले बड़ी मात्रा में जमीन खरीदने के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने गुरुवार को कहा कि पार्टी ने देश के हर जिले में पार्टी कार्यालय बनाने के लिए जमीन खरीदने का फैसला दो साल पहले किया था.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ममता को नोटबंदी के चलते परेशानी होने के बारे में बनाई जारी धारणाओं को रोकने का अनुरोध किया.
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के चलते परेशानी होने की धारणा ममता को नहीं बनानी चाहिए. जब समूचे देश ने नोटबंदी का समर्थन किया है ऐसे में वह अपने निहित स्वार्थ के लिए इसका विरोध कर रही हैं. उन्हें झूठ बोलना और झूठे बयान देना बंद करना चाहिए. सिंह ने भारी मात्रा में जमीन खरीद के ममता के आरोप को बेबुनियाद करार दिया और कहा कि मुख्यमंत्री को पहले अपनी खुद की पार्टी के सहकर्मियों की संपत्ति देखनी चाहिए जिन्होंने चिट फंड घोटालों के जरिए अकूत संपत्ति जमा की है.
उन्होंने कहा, "हमारे पास हर चीज के लिए उपयुक्त कागजात हैं. दूसरी बात यह कि जमीन खरीदने का फैसला पार्टी नेतृत्व ने दो साल पहले किया था. तब हमने फैसला किया था कि हमें देश के हर जिले में पार्टी कार्यालय की जरूरत है. इसलिए पार्टी कार्यालय बनाने के लिए आपके पास जमीन होनी चाहिए. " ममता ने भाजपा की कथित जमीन खरीद की उच्चतम
न्यायालय के एक न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने 23 नवंबर को दिल्ली में धरना भी दिया था और इस मुद्दे पर राष्ट्रपति से भी मिली थी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ममता को नोटबंदी के चलते परेशानी होने के बारे में बनाई जारी धारणाओं को रोकने का अनुरोध किया.
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के चलते परेशानी होने की धारणा ममता को नहीं बनानी चाहिए. जब समूचे देश ने नोटबंदी का समर्थन किया है ऐसे में वह अपने निहित स्वार्थ के लिए इसका विरोध कर रही हैं. उन्हें झूठ बोलना और झूठे बयान देना बंद करना चाहिए. सिंह ने भारी मात्रा में जमीन खरीद के ममता के आरोप को बेबुनियाद करार दिया और कहा कि मुख्यमंत्री को पहले अपनी खुद की पार्टी के सहकर्मियों की संपत्ति देखनी चाहिए जिन्होंने चिट फंड घोटालों के जरिए अकूत संपत्ति जमा की है.
उन्होंने कहा, "हमारे पास हर चीज के लिए उपयुक्त कागजात हैं. दूसरी बात यह कि जमीन खरीदने का फैसला पार्टी नेतृत्व ने दो साल पहले किया था. तब हमने फैसला किया था कि हमें देश के हर जिले में पार्टी कार्यालय की जरूरत है. इसलिए पार्टी कार्यालय बनाने के लिए आपके पास जमीन होनी चाहिए. " ममता ने भाजपा की कथित जमीन खरीद की उच्चतम
न्यायालय के एक न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने 23 नवंबर को दिल्ली में धरना भी दिया था और इस मुद्दे पर राष्ट्रपति से भी मिली थी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
नोटबंदी, ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल बीजेपी कार्यालय, पं. बंगाल में भाजपा का जमीन खरीदी मामला, सिद्धार्थनाथ सिंह, Mamata Banerjee, Land Purchase In West Bengal By BJP, Demonetisation, Siddharth Nath Singh